जमानियां में तमाम कोशिशों के बावजूद अवैध तरीके से आरा मशीनों का संचालन किया जा रहा है। वन माफिया बेखौफ प्रतिबंधित कीमती हरे पड़ों की कटाई कर रहे हैं। बावजूद इसके महकमा इन पर कार्रवाई की बजाय मौन साधे हुए है।
जमानियां क्षेत्र में कुल 12 आरा मशीनों के लाइसेंस पूर्व में जारी किए गये हैं, मगर इसके उलट क्षेत्र में इसके दस गुना अधिक आरा मशीनों का संचालन विभागीय मिली भगत से जारी है। सुप्रीम कोर्ट ने बिना लाइसेंस आरा मशीनों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। लेकिन फिर भी कई जगहों पर बिना लाइसेंस खुलेआम आरा मशीनों का संचालन किया जा रहा है। इन आरा मशीनों से प्रतिबंधित लकड़ियों का कटान किया जा रहा है, जिनमें आम, शीशम, सागौन, तुन और सिंबल आदि के पेड़ शामिल हैं।
लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में अवैध तरीके से हर रोज कटान कर ट्रैक्टर ट्रालियों और पिकअप से लकड़ियों को आरा मशीनों पर लाया जाता है। जहां इन लकड़ियों का कटान किया जाता है। महकमे के अनुसार जमानियां क्षेत्र में कुल 12 वैध आरा मशीनें हैं। जिसमें जमानिया क्षेत्र में 5, भदौरा क्षेत्र में 4, रेवतीपुर क्षेत्र में तीन आरा मशीनें संचालित हैं।
लोगों का कहना है कि सरकार समय-समय पर विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण कर पर्यावरण के गिरते स्तर को काबू करने में जुटी है, ताकि आमजन को स्वच्छ आक्सीजन मिल सके। प्रदूषण पर भी अंकुश लगाने में मदद मिल सके। लेकिन महकमा इसको लेकर लापरवाह बना हुआ है। वन क्षेत्राधिकारी वीपी चौबे ने बताया कि अगर क्षेत्र में कहीं भी अवैध तरीके से आरा मशीने संचालित हैं। पेड़ों का कटान हो रहा है, तो अभियान चलाकर कार्रवाई की जायेगी।