"जाको राखे साइयां मार सके ना कोई" यह लाइन गुरुवार को उस वक्त चरितार्थ हो गई। जब ट्रेन से उतरते समय ट्रेन खुलने से गिरकर एक अधेड़ प्लेटफॉर्म के नीचे चला गया। ट्रेन गुजरने के बाद लोगों ने आनन - फानन में उसे प्लेटफार्म से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय दानापुर रेल खंड के भदौरा रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को सेवराई तहसील में मुकदमे की तारीख देखने के लिए दिलदारनगर बाजार निवासी हरिनाम शाहू 62 वर्ष पुत्र रामचरित्र शाह ईएमयू पैसेंजर ट्रेन से आ रहे थे। ट्रेन रुकने के साथ ही यात्रियों की अत्यधिक भीड़ की वजह से वह उतर नहीं पाए जिससे ट्रेन खुल गई और उतरने के दौरान जल्दबाजी में वह प्लेटफार्म और ट्रैक के नीचे गिर गए।
आनन - फानन में CHC भेजा गया
जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शी घटना को देखकर स्तब्ध रह गए। जिससे लोगों में चीख-पुकार मच गई। ट्रेन गुजरने के बाद लहूलुहान अधेड़ को लोगों ने आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र भदौरा में भर्ती कराया।
ट्रेन से उतरते समय हुई घटना
घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि सेवराई तहसील में एक मुकदमे की तारीख के लिए वह घर से खाना खाकर निकले थे। भदौरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते समय घटना हो गई। चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किए जाने पर उन्हें जिला अस्पताल लेकर चले गए।
घटना के बाद अधेड़ के सकुशल बचने पर लोगों ने कहा "जाको राखे साइयां मार सके ना कोय"। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय आनंद ने बताया कि ट्रेन से गिरकर एक अधेड़ को घायलावस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था जिसे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सीय सुविधा के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है फिलहाल वह खतरे से बाहर है।