केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल सामुदायिक शौचालय व पंचायत भर बजट के अभाव में अधूरा पड़े है। वहीं पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय को लेकर ब्लाक के अधिकारी भी गंभीर नहीं है। अधूरा शौचालय होने के कारण ग्रामीणों को शौच करने के लिए बाहर जाना पड़ता है।
विकास खंड भदौरा के 46 ग्राम सभा में दो दर्जन से अधिक सामुदायिक शौचालय अधूरा पड़े है। कई पंचायत भवन की छत की ढलाई तक नहीं हुई है। ग्राम प्रधानों का कहना है कि जितना कार्य कराए है, उसका भी धनराशि आवंटित नहीं हुई है। कार्यो को पूर्ण कराने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी सहित विकास खंड विकास अधिकारियों से कई बार बातचीत की गयी। वहीं पत्रक भी दिए गए, लेकिन अबतक कराए गए कार्यो का भी धनराशि नहीं मिली है।
वहीं ग्राम पंचायतों बने नए ग्राम प्रधान धनराशि के अभाव में सामुदायिक शौचालय सहित पंचायत भवन के कार्य कराने में रूची नहीं ले रहें है। खंड विकास अधिकारी भदौरा अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि पंचायत भवन एवं सामुदायिक शौचालय बनाने में ग्राम प्रधानों की ओर से अधिक धनराशि निकाली गयी है, जिसकी जांच करायी जा रहीं है। जल्द हीं ग्राम पंचायत सचिव व भूतपूर्व प्रधान से रिकवरी करायी जाएगी। जिससे अधूरे पड़े पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय का कार्य पूर्ण किया जा सकें।