पंचायत चुनाव के थमने के साथ ही अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार गांव गांव तक फैलने की आशंका भी बढ़ गई है। इसी आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने भी अब कमर कस ली है। शासन के निर्देश के क्रम में अब ग्रामीण स्तर पर अभियान चलाकर इस बढ़ते संक्रमण को थामने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। बुधवार से इस दिशा में एक बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा।
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि यह मंगलवा को शुरू हो गया है। लेकिन अब बुधवार से इसे और व्यापक किया जाएगा। गांव में कोरोना के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की पहचान एवं लाइन लिस्टिंग का कार्य किया जायेगा। इस दौरान कोविड प्रोटोकाल की दवा (मेडिकल किट) भी वितरित की जायेगी। इस विशेष अभियान की प्रतिदिन मैँ खुद समीक्षा करूंगा। लक्षणयुक्त व्यक्तियों की पहचान के बाद उनकी टेस्टिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक प्रयोग कर कोरोना से बचाव के प्रति जागरूकता के संदेश प्रसारित किये जाएंगे। कहा कि हाई रिस्क कैटेगरी मसलन 60 वर्ष से ऊपर अथवा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे अथवा गर्भवती महिलाएं एवं एक से अधिक बीमारी से ग्रस्त अर्थात कम इम्युनिटी के लोग बाहर न जाय। जिला मजिस्ट्रेट ने सामान्य जन से अपील किया है कि अनावश्यक बाहर न निकलें एवं यदि निकलें तो अनिवार्य रूप से मास्क पहनकर ही निकलें। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान जनपद में यथावत चलता रहेगा परन्तु सोशल डिस्टेंसिंग व 2 गज की दूरी तथा मास्क की अनिवार्यता टीकाकरण के समय आवश्यक होगी। निगरानी समितियों के माध्यम से ग्राम पंचायतों में क्वारंटाइन सेंटर की स्थापना की जायेगी एवं जो भी व्यक्ति ग्राम से बाहर से आ रहे हैं, यदि होम क्वारंटाइन की व्यवस्था न हो तो क्वारंटाइन सेंटर में रखे जाएंगे। कन्टेनमेंट जोन में आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य सभी कार्य सख्ती से बाधित रखे जाएंगे। प्रत्येक शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में फागिंग व सेनिटाइजेशन प्रतिदिन किया जाएगा।
गांव गांव वितरित की जा रही दवा
तहसील लालगंज क्षेत्र में निगरानी समिति के सदस्यों द्वारा बीमारी के लक्षण वाले मरीज़ों की जांच की गई। आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जांच एवं दवा वितरण कराया गया। साथ ही इस बीमारी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया। इसी क्रम में लालगंज के 212 ग्राम पंचायतों में लेखपाल को सुपरवाइजर बनाया गया है। लालगंज में 1052 तरवां में 537 ठेकमा में 649 लोगो को मेडिकल किट दी गई। साथ ही कैंटेनमेंट जोन में भी सैंपलिंग और दवा वितरण का अभियान चलाया जा रहा है। यही नहीं होम आइसोलेशन में रहने वाले सभी लोगो की लगातार कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की जा रही है।