स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में छात्रसंघ चुनाव करायें जाने को लेकर गतदिनों अनशन पर बैठे छात्रनेताओं ने फिर हुंकार भरी है। अनशनरत छात्रों की मांग पर इस सत्र में महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराने की कवायद में जुटा है। इस चुनाव को जल्द कराए जाने की मांग को लेकर छात्रनेता तहसीलदार से मिले और जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से सम्बंध महाविद्यालयों में माह अप्रैल 2021 में आयोजित होने वाले समेस्टर व मुख्य परीक्षाओं की तिथि को आगे बढ़ाते हुए मई में परीक्षायें आयोजित कराये जाने पर छात्रनेताओं ने छात्रसंघ चुनाव की मांग तेज कर दी है। छात्र नेता दीपक उपाध्याय का कहना है कि परीक्षाओं को टलने के बाद अब कालेज प्रशासन के पास न तो कोई बहाना रह गया और ना ही अब चुनाव कराने में कोई परेशानी ही होगी। कालेज व जिला प्रशासन के समक्ष महाविद्यालय ने छात्र संघ चुनाव कराये जाने को लेकर अनशन करने वाले छात्र नेताओं का स्वास्थ्य बिगड़ने पर कालेज प्राचार्य डॉ समर बहादुर सिंह ने लिखित रूप से यह आश्वासन दिया था।
इसमें बताया था कि यदि पूर्वांचल विश्वविद्यालय द्वारा आगामी अप्रैल माह की परीक्षाओं को टाल दिया जाता है तो ऐसी स्थिति में उनके द्वारा जिला प्रशासन की सहमति से 15-20 अप्रैल के बीच महाविद्यालय में 2021 के छात्र संघ चुनाव को सम्पन्न करा दिया जाएगा। उनके इस आश्वासन पर अनशन समाप्त हुआ था अब चूंकि परीक्षायें टाल दी जा चुकी है ऐसी स्थिति में प्राचार्य द्वारा जारी लिखित आश्वासन दिया था। आगामी तीन कार्यदिवस के अंदर चुनाव प्रक्रिया आरंभ कराये जाने से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र तहसीलदार को सौंपा। के साथ आज छात्र संघ प्रतिनिधि मंडल का एक दल पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय के नेतृत्व में कालेज प्राचार्य से इसका आग्रह किया।
साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि छात्र संघ चुनाव की समस्त प्रक्रिया को आरंभ कर आगामी तीन दिनों के भीतर यदि चुनाव सम्पन्न कराने की दिशा में कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई तो एक बार पुनः पीजी कॉलेज के छात्र समुदाय महाविद्यालय प्रशासनिक भवन के सामने आमरण अनशन करेगा। इस दौरान पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय, दीपक कुमार, प्रवीण पाण्डेय,अक्षय यादव, जितेंद्र विश्वकर्मा, धर्मेंद्र यादव, कमलेश गुप्ता,शिवम राय, मो० आकिब,चंदन, अभिषेक मध्देशिया, आकाश शर्मा, धन्नु वर्मा इत्यादि छात्र नेता गण मौजूद थे।