वाराणसी में जनता कर्फ्यू से एक दिन पहले 21 मार्च को ही पहला पॉजिटिव मरीज सामने आने के साथ लॉकडाउन भी शुरू हो गया था। जब एक तरफ दूसरे शहरों में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा था बनारस में मार्च के अंतिम दिन तक केवल दो मामले सामने आए थे। अप्रैल के शुरूआत में जमात से लौटे लोगों के संक्रमित होने से मामले बढ़े जरूर लेकिन 16 अप्रैल तक केवल 9 कोरोना पॉजिटिव केस थे। 16 अप्रैल के बाद तेजी से संक्रमण ने पांव पसारा। एक महीने यानी तीस दिन में ही 9 से 90 केस हो गए।
शुक्रवार को तीन और मामले आने के साथ पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 93 हो गई है। राहत की बात इतनी है कि इनमें से 55 मरीज ठीक हो चुके हैं।फिलहाल 36 पॉजिटिव एक्टिव केस हैं। दो की मौत हो चुकी है। इस दौरान जिले में 35 हॉटस्पॉट भी बन गए। इनमें से अब भी 31 एक्टिव हॉटस्पॉट हैं। यानी इन इलाकों को सील करके पाबंदियां लगा दी गई हैं। आइये जाने कैसे कोरोना ने बनारस के अलग अलग क्षेत्रों में पांव पसारा...