Type Here to Get Search Results !

Recent Gedgets

Trending News

जानिए घर में कौन सी तुलसी लगानी चाहिए और तुलसी कितने प्रकार की होती है!

क्या आप यह जानना चाहते हैं कि घर में कौन सी तुलसी लगानी चाहिए, तुलसी कितने प्रकार की होती है और साथ ही जानना चाहते हैं कि घर में तुलसी का महत्व क्या है, तो चलिए बिना देर के इस आर्टिकल को आरंभ करें।

तुलसी में अनेक औषधीय गुण होते हैं, जिनके बारे में हम सभी जानते हैं। जब किसी को शर्दी या जुकाम होता है, तो तुलसी का उपयोग इस छोटी-मोटी बीमारी को दूर करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, तुलसी में कई और औषधीय गुण होते हैं।

janiye-ghar-me-kaun-si-tulsi-lgani-chahiye

साथ-साथ हिंदू सनातन धर्म में तुलसी को पूजनीय पौधा माना जाता है। हर एक हिंदू के घर में तुलसी का पौधा आसानी से मिलता है। इस पौधे को पूजनीय मानकर उसकी पूजा भी की जाती है। इस आर्टिकल में हम तुलसी के बारे में इसी तरह की कुछ चर्चा करेंगे।

मित्रों, आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि घर में कौन-कौन सी तुलसी लगानी चाहिए और तुलसी कितने प्रकार की होती है। इसके अलावा, इस टॉपिक से जुड़ी और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। इस महत्वपूर्ण जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़ें। तो चलिए, हम आपको इस विषय में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

Also Read: जानिए तुलसी का पौधा किसी को देना चाहिए या नहीं: पूरी जानकारी!

घर में कौन सी तुलसी लगानी चाहिए?  

घर में तुलसी को एक महत्वपूर्ण और पुनीत पौधा माना जाता है हालांकि तुलसी के कई प्रकार हैं, लेकिन आमतौर पर घरों में राम या श्यामा तुलसी का पौधा ही पाया जाता है। इन तुलसी पौधों को प्राप्त करना आसान है, क्योंकि इन्हें आपके आस-पास की किसी नर्सरी से आसानी से मिल सकता है।

राम तुलसी को श्री तुलसी के नाम से भी पहचाना जाता है। आप चाहें तो घर में राम तुलसी को बोना सकते हैं और इसके अलावा, आप श्यामा तुलसी भी अपने घर में लगा सकते हैं, जिसे कृष्ण तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि यह तुलसी भगवान कृष्ण से संबंधित है।

इन दोनों तुलसी पौधों को घर के लिए शुभ माना जाता है, और आप इनमें से किसी भी तुलसी को अपने घर में लगा सकते हैं। तुलसी का सबसे उत्तम रूप घर में रखकर उसे नियमित रूप से पूजन करना है, जिससे घर में सुख और शांति बनी रहे।

तुलसी कितने प्रकार की होती है?

Tulsi, एक महत्वपूर्ण और पूज्यनीय पौधा, कई प्रकार की होती है, जो विभिन्न गुणों और उपयोगों के लिए प्रसिद्ध हैं। नीचे हमने कुछ तुलसी के 5 प्रकारों की सूची दी है।

  • राम तुलसी
  • श्यामा तुलसी
  • श्वेत/ विष्णु तुलसी
  • नींबू तुलसी
  • वन तुलसी

राम तुलसी मेडिटेटिव गुणों के लिए जानी जाती है, जबकि वन तुलसी शक्तिशाली रक्षा कवच के रूप में जानी जाती है। श्वेत तुलसी मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त है और नींबू तुलसी की जड़ अच्छी तरह से की जाती है। 

सार्वजनिक रूप से उपयोग होने वाली तुलसी प्रजातियां हैं कुल मिलाकर 60 से भी अधिक हो सकती हैं, जो विभिन्न प्रदेशों और उपयोगों के अनुसार होती हैं। ये सभी प्रकार का तुलसी अपने विशिष्ट गुणों के लिए महत्वपूर्ण हैं और आयुर्वेद में उन्हें अमृत की पौधा भी कहा गया है।

घर में तुलसी का महत्व और Tulsi का आर्थिक महत्व

घर में तुलसी का स्थान विशेष महत्वपूर्ण है और इसका आर्थिक महत्व भी है। तुलसी एक पूजनीय पौधा है जो हिन्दू सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत गहरा जुड़ा है।

हिन्दू पुराणों में तुलसी को विशेष महत्व दिया गया है, जैसे कि स्कंद पुराण, पद्म पुराण, गरुड़ पुराण और भविष्य पुराण आदि। इन सभी पुराणों के अनुसार, भगवान कृष्ण और भगवान विष्णु की पूजा को तुलसी के बिना अधूरा माना जाता है।

एक कहानी के अनुसार, तुलसी को हनुमान जी की भी प्रिय माना जाता है, और इसलिए हनुमान जी के लिए भी तुलसी के पत्तों से भरा हुआ बोझ रखा जाता है।

तुलसी का महत्व घर के आध्यात्मिक और भौतिक तौर पर दोहरा होता है। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से तुलसी को देवी का रूप माना जाता है और इसे पूजा-अर्चना का हिस्सा माना जाता है। घर में तुलसी को स्थान देने से वहाँ पॉजिटिव ऊर्जा बनी रहती है और घरवालों को शांति, सुख, और समृद्धि प्राप्त होती है। तुलसी की पूजा से बीमारियों से मुक्ति मिलने का विश्वास है और यह आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होती है।

तुलसी का पौधा घर के आंगन में लगाने से, यह माना जाता है कि पिछले जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं। मृतक को गंगाजल के साथ तुलसी का पौधा देने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और उनकी आत्मा को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। तुलसी का नियमित पूजा-अर्चना करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। 

समृद्धि, स्वास्थ्य, और आध्यात्मिक उन्नति में सहायक तुलसी, घर में एक आदर्श पौधा है जो आर्थिक समृद्धि की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जानिए तुलसी के नुकसान

तुलसी को घर में रखने से आमतौर पर कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन कुछ लोग इसे औषधि के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। अगर तुलसी को औषधि के रूप में ज़्यादा से ज़्यादा लिया जाए, तो यह हमारे शरीर को नुकसान पहुँचा सकता है। यह हैं कुछ तुलसी के नुकसान:

खून पतला हो सकता है: तुलसी के अधिक सेवन से खून पतला हो सकता है, इसलिए यदि कोई रक्तदाब समस्या हो तो इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।

गर्भावस्था में सावधानी: गर्भावस्था के दौरान तुलसी का सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए, क्योंकि इसमें हार्मोनल परिवर्तन हो सकता है।

दांतों संबंधित समस्याएं: तुलसी के अधिक सेवन से दांतों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इसे चबाकर सेवन करना सावधानीपूर्वक करें।

हृदय संबंधित समस्याएं: हृदय से जुड़ी समस्याएं रहने पर भी तुलसी का सेवन सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए, क्योंकि इसका अत्यधिक सेवन हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है।

प्रेग्नेंसी में सावधानी: गर्भवती महिलाओं को तुलसी का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए, खासकर पहले तिन महीनों में, क्योंकि इसमें गर्भाशय को संवारने के प्रभाव हो सकते हैं।

इसलिए, तुलसी का सेवन करते समय सावधानी बरतना चाहिए और यदि किसी भी समस्या का सामना हो, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।

Also Read:

तुलसी का पौधा किस दिशा में लगाना चाहिए?

तुलसी का पौधा अपने आसपास के पर्यावरण के आधार पर लगाना चाहिए, लेकिन सामान्यत: उत्तर या पूर्व दिशा में इसे लगाना शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा घर में शांति और सुख का संकेत माना जाता है, जबकि पूर्व दिशा में इसे धन, समृद्धि, और प्रसन्नता की ओर संकेत माना जाता है। इसके अलावा, तुलसी को उच्च और सुषम जगह पर रखना उसकी सही देखभाल और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

मित्रों, आज हमने इस लेख के माध्यम से आपको बताया है कि घर में कौन-कौन सी तुलसी लगानी चाहिए और तुलसी कितने प्रकार की होती है। इसके अलावा, इस विषय से जुड़ी और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। हम उम्मीद करते हैं कि आज का हमारा लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा।

मित्रों, हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा लेख 'घर में कौन-कौन सी तुलसी लगानी चाहिए और तुलसी कितने प्रकार की होती है' पसंद आया होगा। धन्यवाद!

FAQs

घर में कौन सी तुलसी जी लगानी चाहिए?

सनातन धर्म में राम तुलसी और श्याम तुलसी को शुभ माना जाता है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में राम तुलसी लगाना सर्वोत्तम माना गया है। राम तुलसी घर में सुख, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है।

घर में कितनी तुलसी होनी चाहिए?

जिससे कि एक से ज्यादा तुलसी के पौधे स्वतंत्र रूप से उग जाते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि घर में तुलसी के पौधे को विषम संख्या में ही रखना चाहिए, जैसे 1, 3, 5, 7। विषम संख्या में तुलसी के पौधे लगाना शुभ माना जाता है।

तुलसी को घर पर कब लाना चाहिए?

हिन्दू परंपराओं के अनुसार, तुलसी को हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक मास में गुरुवार को रखना उचित माना जाता है। पौधे को गरम और चमकदार खिड़की के पास स्थित करना चाहिए। दिनभर में, इसे लगभग छह से आठ घंटे तक धूप में रखने की आवश्यकता है।

तुलसी को घर के अंदर कैसे लगाएं?

वास्तुशास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा घर के आंगन, केंद्र या घर की पूर्वोत्तर या उत्तर दिशा में रखना उचित है। तुलसी का पौधा बालकनी या खिड़की की उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में भी स्थापित किया जा सकता है। पहले केवल घर के आंगन में ही तुलसी का पौधा रखा जाता था, क्योंकि वहां उस पौधे को धूप, हवा, और पानी - सभी कुछ पर्याप्त मात्रा में प्राप्त होता था।

तुलसी में कब पानी नहीं डालना चाहिए?

तुलसी के पौधों के संरक्षण से संबंधित निर्देशों के अनुसार, कुछ महीनों में कुछ दिन ऐसे होते हैं, जिनमें तुलसी को पानी नहीं देना चाहिए। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, तुलसी के पौधों में कभी भी रविवार के दिन पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। माना जाता है कि रविवार के दिन तुलसी जी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Ad Space

uiuxdeveloepr