दुर्ग से छपरा जाने वाली सारनाथ एक्सप्रेस के इंजन समेत कई बोगियों में अचानक धुंआ उठने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यूसुफपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया तो पता चला कि ओएचई वायर में गड़बड़ी के कारण धुंआ निकला था। रेलवे विद्युत विभाग के तकनीशियन को बुलाया गया है।
रात नौ बजे तक ट्रेन यूसुफपुर स्टेशन पर खड़ी थी। तकनीकी खराबी ठीक होने के बाद ट्रेन अपने गंतव्य को रवाना होगी। सारनाथ एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से लगभग 30 मिनट लेट 6.55 बजे यूसुफपुर स्टेशन के नवनिर्मित प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर आ रही थी।
अभी उसका इंजन और दो तीन बोगियां ही प्लेटफॉर्म पर आईं थी कि ओएचई वायर में गड़बड़ी के चलते इंजन सहित कई बोगियों से धुआं निकलने लगा। फिर क्या था। अनहोनी की आशंका से लोग डर गए। लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी। धुआं निकलने से यात्रियों में भी अफरा-तफरी मच गई और सभी यात्री प्लेटफॉर्म पर उतर गए। दोहरीकरण के बाद अब अप ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर एक और डाउन की ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर दो पर आती हैं।
प्लेटफार्म नंबर दो पर मालगाड़ी खड़ी होने के कारण छपरा की ओर जा रही सारनाथ एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर आ रही थी। धुआं उठने के कारण ट्रेन के अपने तय स्थान से पहले ही रोक दिया गया। इस कारण कई बोगियां प्लेटफॉर्म के बाहर हो गईं। जिससे टड़वा गांव की तरफ जाने वाली सड़क पर बना क्रॉसिंग भी डेढ़ घंटे तक बंद रहा। क्रॉसिंग के दोनों तरफ वाहनों कतार लग गई।
प्लेटफॉर्म नंबर दो पर खड़ी मालगाड़ी के इंजन से सारनाथ एक्सप्रेस ट्रेन को 8.15 बजे प्लेटफॉर्म पर लाकर खड़ा किया गया। सहायक स्टेशन मास्टर सौरभ कुमार ने आशंका जताई कि बंदरों द्वारा विद्युत पोलों को हिला देने से ओएचई वायर में कुछ तकनीकी खराबी आ गई, जिससे ट्रेन को रोकना पड़ा। विद्युत विभाग के तकनीशियन के आने के बाद गड़बड़ी दूर होने पर ही ट्रेन जा सकेगी। समाचार लिखे जाने तक सारनाथ एक्सप्रेस यूसुफपुर स्टेशन पर खड़ी थी और यात्री काफी परेशान रहे।