गाजीपुर क्षेत्र के विशकला धुवार्जुन स्थित केदारनाथ इंटर कालेज के सहायक केंद्र व्यवस्थापक व प्रधानाचार्य रवींद्र राय व उसका पुत्र आनंद उर्फ सोनू राय छात्रों को पास कराने के लिए बकायदा ठेका लेते थे। गुरुवार की शाम विशुनपुरा के पंचायत भवन में कापी लिखते समय तीन साल्वरों को एसटीएफ वाराणसी ने पकड़ा तो इस बात का राजफाश हुआ कि पिता-पुत्र 25 हजार रुपये प्रति छात्र लेकर कापी बाहर लिखवाते हैं।
एसटीएफ ने एक कापी इंटरमीडिएट भौतिक विज्ञान व छह मोबाइल बरामद किया। पकड़े गए आरोपित प्रधानाचार्य विशुनपुरा निवासी रवींद्रनाथ राय, कालेज के शिक्षक धुवार्जुन के अशोक पटेल, छात्र सोनभद्र के पन्नूगंज थाना क्षेत्र के गौरवा निवासी पीयूष कुमार व तीनों साल्वर कोलवर के रजनीश कुमार कुशवाहा, विशुनपुरा के शैलेंद्र यादव व रवि यादव के खिलाफ स्थानीय पुलिस ने संबंधित धारा के तहत मुकदमा कायम करते हुए जेल भेज दिया।
माध्यमिक शिक्षा परिषद से चल रही यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए प्रशासन ने पहले दिन से ही कमर कसा है, लेकिन नकल माफिया पिता-पुत्र को प्रशासन का कोई डर नहीं था। सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं से अच्छा संबंध होने के कारण रवींद्र व उसका पुत्र सोनू बेखौफ होकर नकल करा रहे थे। इस कार्य में विशुनपुरा के प्रधान पति संतोष यादव भी उनका भरपूर सहयोग करते थे। पास कराने की गारंटी का लालच देकर परीक्षार्थियों से खूब उगाही की जाती थी।
गुरुवार को द्वितीय पाली में इंटरमीडिएट भौतिक विज्ञान की परीक्षा में कापी लिखने का प्लान पहले से ही तैयार किया गया था। सोनू ने विद्यालय के शिक्षक अशोक पटेल से कहा था कि परीक्षा शुरू होते ही प्रश्नपत्र का फोटो खींचकर भेज देना। जैसे ही परीक्षा शुरू हुई अशोक ने कमरा नंबर नौ में एक छात्र से प्रश्नपत्र लेकर फोटो खींचकर भेज दिया। बोर्ड कापी सोनू ने पहले ही पंचायत भवन में भेजवा दिया था।
पहले से साल्वर रवि यादव, रजनीश कुशवाहा व शैलेंद्र यादव को कापी लिखने के लिए तैयार कर लिया था। प्रश्नपत्र वाट्सएप पर आते ही सोनू ने रवि को भेजा और कापी लिखने का काम शुरू हो गया। किसी ने एसटीएफ को इसकी सूचना दी तो एसटीएफ वाराणसी के इंस्पेक्टर पुनीत सिंह परिहार अपनी टीम के साथ पहुंच गए। कालेज पहुंचे तो वहां से स्टेटिक मजिस्ट्रेट विजय सिंह के अलावा रवींद्रनाथ राय व सोनू राय को साथ लिया और पंचायत भवन के लिए निकल गए। दो किमी दूर विशुनपुरा गांव के पंचायत भवन पर पहुंचे तो दरवाजा खटखटाया, तीनों साल्वरों में खलबली मच गई। जहां टीम ने सभी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मास्टर माइंड सोनू फरार हो गया। एसटीएफ पहुंची तो कापी फाड़कर फेंक दिए शौचालय में
एसटीएफ पंचायत भवन पहुंची तो साल्वर पहले कापी को फाड़कर शौचालय में फेंककर पानी डाल दिया ताकि पकड़े न जा सके, इसके बाद दरवाजा खोला। दरवाजा खुलते ही एसटीएफ की टीम ने तीनों को दबोच लिया और शौचालय से कापी बरामद किया, इसके बाद परीक्षा केंद्र पहुंचकर छात्र पीयूष यादव को साथ लेकर कोतवाली आए। एसटीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि पिता-पुत्र 25 हजार रुपये में छात्र को पास कराने का ठेका लेते थे। कोतवाल तेजबहादुर सिंह ने बताया कि पुनीत सिंह परिहार की तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। पकड़े गए छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बताया कि सोनू राय व संतोष यादव की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, शीघ्र ही वह भी पुलिस पकड़ में होंगे।