बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के वार्डों में बिजली की वायरिंग जर्जर हो गई है। इससे अक्सर ही शार्ट सर्किट से आग लग रही है। मंगलवार को जहां प्रथम तल पर आपरेशन थियेटर में आग लग गई थी। वहीं इसी माह आइसीयू में भी शार्ट सर्किट से आग लग गई थी, जिसकी चपेट में एक बेड आ गया था। यह तो अच्छा रहा कि दोनों ही हादसे के समय वहां मरीज नहीं थे। इससे बड़ा हादसा टल गया। ऐसी घटनाओं को लेकर सभी विभागों की ओर से पहले भी वायरिंग बदलने के लिए कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। अब इन घटनाओं से सबक लेते हुए प्रशासन ने अस्पताल में 40 साल पुरानी सभी वायरिंग बदलने का फैसला लिया है।
स्थिति यह है कि पुराना भवन होने के कारण कई विभागों के वार्डों में बिजली के तार लटक रहे हैं तो कुछ स्थानों पर सीलन है। इससे शार्ट सर्किट होती रहती है। सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता बताते हैं कि वायरिंग व भवन पुराना होने से इस तरह की समस्या आ रही है। ऐसे में सभी पुराने तारों को बदला जाएगा। यह कार्य कायाकल्प योजना के तहत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रनिंग अस्पताल होने के कारण सबसे पहले नई वायरिंग की जाएगी। इसके बाद इनका ट्रायल होगा। इसके बाद पुराने तार हटाए जाएंगे ताकि इलाज या आपरेशन न प्रभावित हो।
ओटी में आग मामले की गुरुवार आएगी जांच रिपोर्ट
बीएचयू के सर सुंदरलाल के जनरल आपरेशन थियेटर में मंगलवार की दोपहर शार्ट सर्किट से आग की घटना की जांच बुधवार रात तक चली, लेकिन पूरी नहीं हो पाई। कमेटी इसकी रिपोर्ट गुरुवार को ही सौंप पाएगी। कमेटी ने इस मामले में सभी दस्तावेज व सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि आग की घटना की जांच अभी जारी है। बुधवार से सभी आपरेशन थिएटर चालू कर दिए गए। एक दिन में 20 मरीजों का आपरेशन हुआ। मालूम हो कि ओटी में आग के कारण सर्जिकल पैंडेंट भी जल गया है।