बक्सर: अपने गांव-घर पहुंचने का जज्बा हो तो कोई भी दूरी और बाधा आड़े नहीं आती। इसे साबित करते हुए मुम्बई से चलकर एक परिवार सात दिन का सफर पूरा कर चौसा पहुंचा। चौसा सीमा पर पहुंचते ही अपने गांव-घर आने की इतनी खुशी मिली कि सफर का सारा थकान एक पल में ही छूमंतर हो गया। इसकी बानगी शनिवार को दिखी। बलिया यूपी के राम सिंह का परिवार मुम्बई में रहता था। जहां कम्पनी में रहकर काम करता व परिवार का भरण-पोषण करता था। लेकिन, लॉकडाउन में जब फैक्ट्री बंद हो गई तो परेशानी बढ़ गई।
धीरे-धीरे खाने-पीने की दिक्कत होने लगी। तब परिवार के निर्णय पर मुम्बई से अपने गांव के लिए निकल पड़ा। दो महिला, दो बच्चों के अलावा तीन पुरुष थे। सभी मुम्बई से ट्रक द्वारा मध्य प्रदेश पहुंचे। वहां से पैदल सफर शुरू किया। रास्ते में एक बस मिली जो यूपी के प्रयागराज पहुंची। वहां से वाराणसी फिर पैदल सफर कर देर सुबह चौसा की सीमा पर पहुंचे। सीमा पर तैनात सिपाहियों ने पूरे परिवार को नाश्ता कराया। बता दें कि, जब से प्रवासियों को आने-जाने की छूट मिली है। तब से प्रतिदिन सैकड़ों प्रवासी सीमा पर पैदल व वाहनों से आ रहे है।