भारत में अभी लाइव कमर्शियल 5G नेटवर्क्स का रोलआउट होना है। हालांकि, सरकार ने पहले ही 6G पर फोकस करना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार ने 6G टेक्नोलॉजी के लिए बड़ी तैयारी की है। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस (DoT) ने 6G (सिक्स्थ जेनरेशन) टेक्नोलॉजी पर फोकस करने के लिए एक टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप बनाया है।
टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप का इन चीजों पर होगा फोकस
टेलिकॉम सेक्रेटरी के राजारमन बतौर चेयरपर्सन इस टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप की अगुवाई करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक यह फोरम, 6G टेक्नोलॉजी के लिए विजन और ऑब्जेक्टिव्स तैयार करने का काम करेगा। साथ ही, 6G टेक्नोलॉजी के रिसर्च एंड डिवेलपमेंट (R&D) का रोडमैप डिवेलप करेगा। इसके अलावा, यह ग्रुप 6G के लिए प्री-स्टैंडर्डाइजेशन, एप्लीकेशंस और प्रॉडक्ट्स डिवेलपमेंट की रूपरेखा भी तैयार करेगा।
हुवावे, सैमसंग और LG ने पहले ही 6G पर शुरू कर दिया है काम
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डिपार्टमेंट के 1 नवंबर तारीख वाले मेमरैंडम में कहा गया है, 'भारत को 6G स्पेस में अगुवा बनने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए सरकार, इंडस्ट्री और टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की तरफ से सहयोगपूर्ण प्रयास की जरूरत होगी।' इस टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप में 22 मेंबर शामिल हैं। हालांकि, डिपार्टमेंट ने टेलिकॉम सेक्रेटरी को जरूरत के मुताबिक कमेटी में और लोगों को शामिल करने का अधिकार दे रखा है। चीन की हुवावे, दक्षिण कोरिया की सैमसंग और LG ने पहले ही 6G टेक्नोलॉजी पर काम शुरू कर दिया है। 6G टेक्नोलॉजी 5G से कहीं तेज होगी और यह बड़े स्तर पर सामाजिक बदलाव लाने का काम करेगी।