Type Here to Get Search Results !

Recent Gedgets

Trending News

धान की फसल डूबी तो अब मिलेगा मुआवजा! बस 72 घंटे में करें एक कॉल, वरना हाथ से निकल जाएगी मदद की रकम

गाजीपुर में लगातार हो रही भारी बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। खेतों में धान की फसल बर्बाद हो चुकी है, और अब किसान सरकार व बीमा कंपनी से मुआवजे की उम्मीद लगाए बैठे हैं। एसबीआई इंश्योरेंस के तहत जिले के 47,015 किसानों ने अपनी धान की फसल का बीमा कराया है।

now-you-can-get-compensation-if-your-paddy-crop-is-damaged-ghazipur-news

जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने और प्रभावित किसानों को आपदा राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि अगर उनकी फसल को नुकसान हुआ है तो वे 72 घंटे के भीतर टोल फ्री नंबर 14447 पर शिकायत दर्ज करें। समय पर सूचना देने वालों को ही मुआवजे का लाभ मिलेगा।

बारिश ने मचाई तबाही, खेतों में तैर रही फसलें

पिछले तीन दिनों से आसमान से आफत बनकर बरस रही बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खेतों में काटकर सुखाने के लिए छोड़ी गई फसल अब पानी में डूबी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर फसल 46 घंटे से अधिक पानी में रहती है तो वह सड़ने लगती है।

सिर्फ बारिश ही नहीं, तेज हवाओं ने भी कई जगहों पर खड़ी फसल को गिरा दिया है। ऐसे में किसानों की मेहनत और उम्मीद दोनों डूब गई हैं।

मुआवजे की आस, लेकिन जरूरी है शिकायत दर्ज कराना

एसबीआई जनरल इंश्योरेंस का कहना है कि केवल वही किसान मुआवजे के पात्र होंगे, जिन्होंने फसल नुकसान की शिकायत समय पर की है। शिकायत मिलने के बाद कंपनी जांच कर नुकसान का आकलन करेगी और उसी के अनुसार मुआवजा तय किया जाएगा।

सरकार भी लगातार किसानों को अपनी फसलों का बीमा कराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि प्राकृतिक आपदाओं के समय उन्हें आर्थिक राहत मिल सके।

बीमा से जुड़े आंकड़े (गाजीपुर जिला):

  • 47,015 किसानों ने कराया फसल बीमा

  • 16,800 हेक्टेयर भूमि बीमा के दायरे में

  • ₹1,634 प्रति हेक्टेयर प्रीमियम जमा किया गया

  • ₹2.72 करोड़ कुल प्रीमियम राशि

  • ₹136 करोड़ बीमित राशि

  • टोल फ्री नंबर: 14447

डीएम ने दिए निर्देश — 72 घंटे में रिपोर्ट करें नुकसान

डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि जिले में अतिवृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। इसके आकलन के लिए सभी उपजिलाधिकारियों को सर्वे के आदेश जारी किए गए हैं, ताकि प्रभावित किसानों को राहत राशि दी जा सके।

उन्होंने कहा, जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं, वे टोल फ्री नंबर 14447 पर या अपनी तहसील कार्यालय में जाकर जानकारी दें। शिकायत दर्ज होने के बाद ही फसल का सही मूल्यांकन हो पाएगा और योजना का लाभ मिल सकेगा।”

सावधानी ही मुआवजे की कुंजी है

अगर आपने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल का बीमा कराया है, तो देरी न करें। 72 घंटे के भीतर सूचना देना जरूरी है, वरना आपकी मेहनत और मुआवजा – दोनों खतरे में पड़ सकते हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad