सऊदी अरब में काम करने वाले चंदौली निवासी जावेद अहमद इद्रीसी की मौत के बाद उसके शव का इंतजार कर रहे परिजनों को शुक्रवार की शाम बड़ा झटका लगा। वाराणसी एयरपोर्ट पर शव लेने पहुंचे परिजनों ने ताबूत को खोला तो उनके होश उड़ गए। पता चला कि सऊदी अरब से दिल्ली के रास्ते पहुंचे ताबूत में रखा शव किसी और व्यक्ति का है।
इस घटना के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार किया तो एयरपोर्ट पर हंगामे की स्थिति पैदा हो गयी। देर रात तक परिजन आला अधिकारियों को मौके पर बुलाने के बाद शव उन्हें सौंपने की बात पर अड़े रहे। प्रकरण संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शव को शिवपुर पोस्टमॉर्टम हाउस में सुरक्षित करा दिया।
मिली जानकारी के अनुसार चंदौली जिले के सिकंदरपुर गांव निवासी जावेद अहमद इद्रीसी सऊदी अरब में अल सुबोह मॉडर्न टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन लिमिटेड में मार्केटिंग ऑफिसर पद पर तैनात थे। पिछले सप्ताह तबीयत खराब होने कंपनी के लोगों ने उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान रविवार को उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलने के बाद परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने दूतावास से संपर्क कर जावेद का शव मंगवाने के लिए गुहार की। काफी प्रयास के बाद सऊदी अरब से विमान के जरिये दिल्ली पहुंचने के बाद शव इंडिगो एयरलाइंस के विमान से शाम के वक्त वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचा।
जावेद के रिश्तेदार मो. नसीम, मो. वसीम, मो. आरिफ, मो. जब्बार सहित अन्य लोग शव लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। लिखा-पढ़ी के बाद उन्होंने शव रिसीव किया। परिजनों ने जब ताबूत खोल कर देखा तो उसमें जावेद अहमद की जगह किसी दूसरे व्यक्ति का शव था। यह देख परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया। बताया कि मृतक को एक लड़की और एक लड़का है। 22 वर्षीय लड़का शोएब अख्तर बीटेक कर रहा है जबकि 16 वर्षीय बेटी मुस्कान इंटर में पढ़ाई कर रही है।