रेलगाड़ी से सफर करने वाले यात्रियों के लिए पिछले पांच वर्षों से अधिक ताडीघाट रेलवे स्टेशन की डगर काफी मुश्किल बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण रेलवे स्टेशन जाने वाला खस्ताहाल मार्ग है। इस डेढ किलोमीटर लंबी सड़क पर कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं।
यही नहीं मार्ग के दोनों तरफ अतिक्रमण के साथ झाडियां भी उग ग ई है ,जो डगर को मुश्किल बना रहे है, 1880 में अंग्रेजी हुकुमत के दौरान निर्मित स्टेशन तक आने जाने के लिए इस सड़क का निर्माण कराया गया था । ताकि यात्रियों ,वाहनों आदि को स्टेशन तक आने जाने में कोई परेशानी न हो सके, बावजूद विभागीय उपेक्षा के चलते यह मार्ग बदहाली के दौर से गुजर रहा है ।
इस सड़क पर हर रोज दर्जनों छोटे बडे वाहनों का आवागमन होता हैं। ज्यादातर वाहन रेलवे स्टेशन की तरफ आवाजाही करने वाले होते हैं। इसके अलावा बहलोलपुर, ताडीघाट, मेदिनीपुर आदि गांव के लिए भी वाहनों की आवाजाही इसी मार्ग से होती है।लोगों ने बताया कि अगर इसकी मरम्मत जल्द नहीं की गई तो इन गड्ढे वाले मार्ग से गुजरते समय वाहन कभी अनियंत्रित हो हादसे को दावत दे सकते है।
पीडब्ल्यूडी की तरफ से इस मार्ग की मरम्मत की तरफ ध्यान न दिए जाने के कारण वर्तमान समय में यह मार्ग हादसों को न्योता दे रहा है। रेलगाड़ी से सफर करने वाले यात्रियों व ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की खस्ताहाल का सबसे बड़ा कारण बारिश के पानी की निकासी के लिए नाली न होना है।
इसी कारण पानी सड़क पर जमा हो जाता है और सड़क को क्षतिग्रस्त कर रहा है। उन्होंने बताया कि इसी सड़क पर नाले के पानी को बाहर निकालने के लिए पुली भी बनाई गई है। जो कि मलबे से पूरी तरह से भर चुकी है। अब नाले का पानी भी बारिश के दौरान इसी सड़क से होकर गुजरता है। प्रांतीय खंड के एक्सईएन राधाकृष्ण कमल ने बताया कि जल्द ही मार्ग को दुरुस्त करा चलने लायक बना दिया जायेगा।