शहर के गोराबाजार स्थित जिला अस्पताल में संचालित बीस वार्ड के पोषण केंद्र में कुपोषित बच्चों को पोषित किया जा रहा है। पुर्नवास केंद्र में बच्चों के साथ रहने वाले परिवारजनों को भी पोषाहार दिया जाता है। शासन की ओर से जनपदों को कुपोषण मुक्त करने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है। बाल विकास पुष्टाहार विभाग की ओर से कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों में पोषाहार का भी वितरण किया जाता है। हालांकि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कुपोषित बच्चों के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र की जानकारी नहीं होने से उपचार से वंचित होना पड़ रहा हैं।
जिला अस्पताल के पोषण पुर्नवास केंद्र पर तीन अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती किया गया है। सीएमएस डा. राजेश सिंह ने बताया कि जिला पोषण पुनर्वास केंद्र में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में बेड और बच्चों के खेलने के लिए खिलौने उपलब्ध हैं। सभी क्षेत्र के फ्रंटलाइन कर्मियों को अपने क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजना चाहिए। जिससे कि उन्हें स्वस्थ्य करते हुए उनका भविष्य सुरक्षित किया जा सके।
बच्चों के साथ रहने वाले एक परिजन को भी रहने खाने की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन की ओर से की जाती है। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पाण्डेय ने बताया कि जन्म के बाद से बच्चों के शरीर में पर्याप्त वृद्धि नहीं होने पर ऐसे बच्चों को कुपोषित बच्चों की श्रेणी में रखा जाता है। उन बच्चों को प्रतिदिन सही मात्रा में अच्छा पोषण दे सुपोषित किया जा रहा है। सही समय पर अलग-अलग प्रकार के पोषण व आवश्यक दवाइयां दी जाती हैं।