कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के चौराहे पर हाई मास्ट लाइट नहीं होने के कारण देर रात होते ही अंधेरा छा जाता है और एक तरफ से देखा जाए तो चौराहा अंधेरे में डूब जाता है। जिससे आसपास के दुकानदारों के अलावा राहगीरों को भी बड़ी दिक्कतें उठानी पड़ जाती है।
चौराहे की लाइट नहीं होने के कारण वाहनों के सामने हर समय हादसा होने का डर लगा रहता है। कई बार तो चौराहे पर गोलंबर और हाई मास्ट लाइट नहीं होने से भीषण दुर्घटना हो कर कई लोग जान गवा चुके हैं। फिर भी प्रतिनिधि से लेकर प्रशासन तक इस चौराहे पर प्रकाश मय बनाने का मन में कभी ख्याल नहीं आया। ग्रामीणों का कहना है कि, यह चौराहा प्रमुख मार्गों में एक है जिससे कई जनपदों को जोड़ने का मुख्य चौराहा है यदि चौराहे पर प्रकाश की व्यवस्था होती तो चौराहा रोशनी से जगमगा उठता।
यहां तो जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अमला तक कोई दिलचस्प नहीं दिखा रहा है ।जबकि पथ पर प्रकाश की व्यवस्था बेहतर राहगीरों को सफर में सुगमता लाता है। लेकिन ठीक इसके विपरीत कासिमाबाद मुख्य चौराहे पर किसी के मन में यह भाव पैदा नहीं हुआ कि यह चौराहा प्रकाश में जगमगा उठे और दूरी सूचक के साथ अन्य जनपदों में जाने के लिए सूचक बोर्ड सही से प्रकाश में पढ़ा जा सके। जिससे दुकानदारों व राहगीरों की समस्या दूर हो जाता ।
इस क्षेत्र के राजेश यादव,नौसाद अंसारी, इरशाद अहमद,अनिल कन्नौजिया,रमेश राजभर,अनिल पांडेय, सनोज यादव ,आलोक बिंद आदि का कहना है कि इस चौराहे पर अधिकारियों को हाई मस्ट लाइट लगानी चाहिए ताकि पर्याप्त रोशनी हो। वरना अंधेरे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।