गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर रोजाना सैकड़ों यात्रियों को ठंडा पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। स्थानीय रेलवे अधिकारियों की उदासिनता के चलते यहां यात्री सुविधाएं दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। उनकी ओर से समय रहते यात्री सुविधाओं को दुरूस्त करने के बजाय उसे बिगड़ता छोड़ना बड़ी वजह है।
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने सिटी स्टेशन के सुंदरीकरण, चौड़ीकरण, ट्रेन सहित अन्य यात्री सुविधाओं को बेहतर कराने का काम किया था। स्टेशन परिसर को काफी सुविधायुक्त कर दिया गया, लेकिन सिटी स्टेशन के जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते स्टेशन की सुविधाएं डवांडोल होती जा रही है।
सबसे अधिक ट्रेनों का आवागमन होने वाले प्लेटफार्म नंबर एक और दो के चारों वाटर कूलर खराब पड़े हैं। एक नंबर प्लेटफार्म पर वाटर कूलर से पानी सप्लाई भी बंद है। वहीं, दो नंबर प्लेटफार्म पर वाटर कूलर से सिर्फ गरम पानी आ रहा है। ऐसे में पूरे स्टेशन परिसर के भीतर कहीं भी एक बूंद ठंडा पानी नहीं मिल सकता। आम यात्रियों को थक हारकर कम से कम 20 रुपये में बोतल बंद पानी खरीदना पड़ रहा है। जो रेलवे की रेट से अधिक है।
वहीं, गर्मी आने से लोगों का हाल-बेहाल है। तापमान 40 के पार पहुंच गया है। पिछले तीन हफ्ते से गर्मी बढ़ने से पानी ही लोगों का सहारा बना है। बावजूद इसके स्थानीय रेलवे प्रशासन ने पूरे स्टेशन परिसर का एक भी वाटर कूलर मरम्मत नहीं कराया। आरोप है कि स्टेशन परिसर की दुकानों के मिलीभगत के चलते यहां का वाटर कूलर खराब रखा गया है। जिससे बोतलबंद पानी की बिक्री हो सके और आम लोगों की जेब ढ़ीली होने के साथ उसमें रेलवे अधिकारियों की भी हिस्सेदारी मिलती रहे।