मुहम्मदाबाद तहसील के करीमुद्दीनपुर स्थित त्रेतायुगीन मां कष्टहरणी भवानी के मंदिर में नवरात्र के दौरान खासी भीड़ देखी जा रही है। इस मंदिर पर नवरात्र में लाखों लोग श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना करने आते हैं। बताते चलें कि कोरोना के कारण विगत दो वर्षों से नवरात्र के समय लोग मंदिरों में सामान्य हालात में पूजा अर्चना नहीं कर पा रहे थे। मां कष्टहरणी भवानी के दर्शन के लिए ढेरों लोग आस लगाये लगाए हुए थे।
इस वर्ष कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद भारी संख्या में लोग कष्टहरणी माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे है। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से इस मंदिर में आकर मुराद मानता है,माता रानी उसकी मुरादें पूरी करती हैं। बताया जाता है कि इस मंदिर का जिक्र पुराणों में भी मिलता है। किवदंतियों के अनुसार द्वापरयुग में भी कृष्ण ने पांडवों को कष्टहरणी भवानी का यहीं दर्शन कराया था।
उसके बाद कृष्ण ने पांडवों को शिक्षा भी दी थी। स्थानीय लोगों की माने तो इस मंदिर का निर्माण करीब 100 साल पहले हुआ था। इस मंदिर के समीप के ग्राम के ग्रामीणों की मानें तो कीनाराम बाबा को भी यहीं पर ही सिद्धियां हासिल हुई थीं। ग्रामीणों के अनुसार कीनाराम को मां कष्टहरणी ने अपने हाथों से प्रसाद खिलाया था। इसीलिए मंदिर परिसर में कीनाराम की भी मूर्ति स्थापित है।