हमीद सेतु से शनिवार को गंगा में कूदी किशोरी की तलाश दूसरे दिन रविवार को भी जारी रही। वाराणसी से आई एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) टीम तलाश में जुटी रही। आठ घंटे बाद भी किशोरी का पता नहीं चला। इधर परिवार के लोग गंगा घाट पर रोते बिलखते रहे।
बिहार के भभुआ जनपद के कलौरा गांव निवासी ज्योति (17) लंबे समय से कासिमाबाद थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर कुसुम बढ़ईपुर गांव में फूफा रामविलास यादव के यहां रहकर पढ़ती थी। वह सिधागरघाट स्थित एक स्कूल में कक्षा बारह की छात्रा थी। सुबह करीब सात बजे साइकिल से अपने कालेज के पास सिधागरघाट ट्यूशन पढ़ने की बात कहकर घर से निकली।
वहां किसी के यहां साइकिल खड़ी कर बस से सीधे गाजीपुर घाट पहुंची थी। वहां से पैदल सेतु पर पहुंच अपने पास रखे बैग, मोबाइल को रखकर नदी में छलांग लगा दी थी। पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाश में जुटी रही, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। वाराणसी से आई एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) टीम किशोरी की तलाश करती रही लेकिन आठ घंटे बाद भी उसका कुछ नहीं पता चला। इस दौरान लोगों की भीड़ लगी रही।
शहर कोतवाल विमलेश कुमार मौर्या ने बताया कि एसडीआरएफ के गोताखोर छात्रा की तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक कुुछ पता नहीं चल सका है।