सुगम यातायात में बाधा बनने वाले ट्रक चालकों के ऊपर अब सामत आने लगी है। शुक्रवार को क्षेत्राधिकारी यातायात की टीम ने चंधासी कोल मंडी में चेकिग अभियान चलाया। इस दौरान मंडी स्थित जीटी रोड पर यातायात नियमों का उल्लंघन व सड़क पर अवैध पार्किंग कर खड़े 60 ट्रकों पर दो लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। पहली बार चालान के साथ चेतावनी दी गई और दूसरी बार वाहनों को सीज किया जाएगा। उधर, नो इंट्री के समय पाबंदी को लेकर भी मंथन चल रहा है।
इससे पीडीडीयू नगर से पड़ाव तक यातायात में बाधा नहीं होगी। चंधासी कोल मंडी में रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्रक कोयला लेकर आते हैं। कोल डिपो में कोयला उतारने के बाद डिपो में ट्रकों को खड़ा न करके चालक जीटी रोड के किनारे ही खड़ा कर देते हैं। इससे सड़कों की चौड़ाई कम होती है। वाराणसी जाने के लिए व्यस्ततम मार्ग पर ट्रकों की वजह से आए दिन लोगों को जाम का झाम झेलना पड़ता है। जाम तक बात सीमित नहीं रहती, जाम में फंसे लोगों को धूल का भी सामना करना पड़ता है।
मंडी में एक बार जाम लग जाता है तो समाप्त होने में छह से सात घंटे तक का समय लग जाता है। सबसे अधिक परेशानी तो रात के समय होती है। नो इंट्री में भी ट्रकों के आने का क्रम जारी रहता है। लोग दुर्घटनाओं का शिकार भी होते रहते हैं। कैसे संभले 400 गाड़ियों का जंजाल मंडी में आने वाले 400 ट्रकों को संभालना यातायात विभाग के लिए चुनौती भरा है। चालक इतने मनबढ़ होते हैं कि अभियान चलने के एक दो दिन बाद तो स्थिति ठीक रहती है। इसके बाद व्यवस्था फिर से बेपटरी हो जाती है। यातायात विभाग को सुगम यातायात बनाना किसी चुनौती से कम नहीं है।