सरेआम फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले आरोपितों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने तीन आरोपितों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। वहीं एक अन्य लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्रवाई चल रही है। उन्होंने केदार सिंह, अमरीश सिंह, दिलीप सिंह के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। लूट और जानलेवा हमला करने के मामले में दो पक्षों से कुल नौ लोग फरार चल रहे है। उन्हें कोर्ट ने भगौड़ा घोषित करते हुए कुर्की की नोटिस जारी कर दी है।
जमीन के विवाद में पिछले 17 दिसंबर को चंदौली कोट पर दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई थी। इसमें लाठी व गंडासे से जमकर मारपीट हुई थी। वहीं हवाई फायरिंग भी हुई थी। इसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया में वायरल हुआ था। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। एक आरोपित की गिरफ्तारी हुई थी। शेष फरार हो गए थे। फरार आरोपितों के खिलाफ अदालत ने कुर्की का आदेश दिया था। इसके बाद पुलिस ने नोटिस भी चस्पा करा दी। वहीं सात लोगों के लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीएम को पत्र भेजा था। जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन का लाइसेंस निरस्त कर दिया। वहीं एक अन्य का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई प्रक्रिया में है। डीएम की कार्रवाई से आरोपितों में खलबली मची है।
आरोपितों तक नहीं पहुंच सकी पुलिस, हटे कोतवाल
सरेआम फायरिंग की घटना से दहशत फैल गई थी। इसके बावजूद पुलिस एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी। ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने सदर कोतवाल अनिल पांडेय को हटा दिया। उनके स्थान पर मुगलसराय कोतवाल रहे संजीव मिश्रा को सदर कोतवाली की कमान सौंपी गई है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लचर कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने की कवायद की जा रही है। इसी क्रम में एसपी ने बदलाव किया है।