स्वास्थ्य विभाग की ओर से 110 लोगों को बूस्टर डोज लगायी गयी। सोमवार को बूस्टर डोज लगवाने को लेकर पुलिसकर्मियों सहित चिकित्सकों में उत्साह देखने को मिला। इसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा गंभीर बीमार 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर (प्रीकॉशन) डोज लगाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सर्तकता बढ़ा दी है। अब फ्रंटलाइन वर्करों बूस्टर डोज लगायी जा रहीं है। बूस्टर डोज उन्हीं लोगों को लगायी जाएगी, जिन्होने वैक्सीन की दूसरी डोज नौ महिना पूर्व में ली है। कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रोन की दहशत ने गाजीपुर में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ा दी है। केंद्रों पर किशोरों में भी वैक्सीन लगवाने को लेकर होड़ दिखी। 16 हजार 47 किशोरों ने वैक्सीन लगवायी, वहीं 31 हजार 779 व्यस्कों ने भी कोरोना संक्रमण से बचाव के टीका लगवायी।
कोरोना की दूसरी लहर से उबरने के बावजूद लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर उत्सुकता कम होने लगी थी। लेकिन ओमीक्रोन की आहट व कोरोना के बढ़ते आंकड़े ने जागरुकता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शत प्रतिशत वैक्सीनेशन को लेकर घर-घर जाकर वैक्सीन लगायी जा रहीं है। अवधि पूरी होने के बाद दूसरी डोज नहीं लेने वाले लोगों को स्वास्थ्यकर्मी फोन करें रहें है। वहीं आशा इनकी सूची भी तैयार करने में जुटी हुई है। जिनकों सूची के आधार पर वैक्सीन लगायी जा रहीं है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. उमेश कुमार ने बताया कि 110 लोगों को बूस्टर डोज लगायी गयी है। वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने को लेकर लगातार लोगों को जागरुक किया जा रहा है। केंद्रों पर किशोरों के पंजीकरण कर तत्काल टीका लगाए जा रहें है। 16 हजार 47 किशोर व 31 हजार 779 व्यस्कों ने वैक्सीन ली है। वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शासन से जारी गाइडलाइन का पालन जरूर करें।