करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी पैनल के पास स्थित रेलवे क्रॉसिंग को बंद किए जाने के विरोध में बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर प्रदर्शन किया। इसके चलते डाउन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन लगभग 45 मिनट तक वहां खड़ी रही। स्टेशन मास्टर की ओर से पत्रक लिए जाने और उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी देने के बाद नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी पैनल के पास स्थित रेलवे क्रॉसिंग को रेल विभाग की ओर से बंद किया जा रहा है। इसके लिए रेलवे की ओर से रेलवे क्रॉसिंग के दोनों तरफ कई फीट गहरा व लंबा गड्ढा खोद दिया गया है। इससे रेलवे क्रॉसिंग से प्रतिदिन आवागमन करने वाले ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया। गुस्साये ग्रामीणों ने इसका विरोध करते करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन के ट्रैक को जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिये। इधर दिल्ली से मुजफ्फरपुर को जाने वाली डाउन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ट्रेन भी पहुंच गयी।
लेकिन ट्रैक जाम के चलते यह ट्रैन लगभग 45 मिनट तक करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। ट्रेन को ग्रामीणों ने स्टेशन पर ही खड़ा करा दिया। इसके बाद करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर तौकीर अहमद ने इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल को दी। जहां उच्चधिकारियों को इससे अवगत कराया गया। इसपर रेलवे के अधिकारियों ने स्थानीय थाना को सूचना देने की बात कही। जहां स्टेशन मास्टर ने तुरंत इसकी सूचना करीमुद्दीनपुर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष प्रवीण यादव दल बल के साथ मौके पर पहुंच गये।
थानाध्यक्ष ने नाराज ग्रामीणों को किसी तरह समझा-बुझाकर रेलवे ट्रैक से जाम खत्म कराया। फिर सभी ग्रामीण अपनी मांगों से संबंधित पत्रक स्टेशन मास्टर के माध्यम से रेल विभाग के उच्चाधिकारियों तक पत्र भेजा। जिसे स्टेशन मास्टर ने लेते हुए उन्हें आश्वस्त किया। इस बीच सेनानी में बैठे यात्रियों की परेशानी को देखते हुए ट्रेन स्कॉट कर रहे आरपीएफ जवान बार-बार ग्रामीणों को समझा-बुझा रहे थे। लेकिन प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण उनकी एक नहीं सुन रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व में पत्रक के माध्यम से उच्चाधिकारियों सहित रेलवे प्रशासन को इस संबंध में कई बार अवगत कराया गया है।
रेलवे क्रासिंग बंद किए जाने से हमसभी का आवागमन पूरी तरह बंद हो जायेगा। इससे आवागमन की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। लेकिन रेल प्रशासन इसपर कोई ध्यान नहीं दे रहा था और रेल विभाग की ओर से गड्ढा कराये जाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और अंतत: विवश होकर रेल ट्रैक जाम करने का निर्णय करना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि इस रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर दिए जाने के बाद करीमुद्दीनपुर ग्रामसभा से जुड़े चार गांव के लोगों का आवागमन प्रभावित हो जाएगा। इसके चलते लगभग 4000 लोग प्रभावित हो जायेंगे, जो प्रतिदिन इधर से आवागमन करते हैं।