ताड़ीघाट- मऊ रेल परियोजना के विस्तारीकरण के तहत गंगा नदी पर करीब 450 करोड़ की लागत से 1100 मीटर लंबा एवं करीब 16.9 मीटर चौड़ा रेल सह सड़क पुल बन रहा है। इसके कुल चौदह स्पैनों के 170 पैनलों में से अब तक 164 पैनलों का इरेक्शन का काम पूरा हो चुका है।
शेष स्पैन के छह पैनलों के इरेक्शन का काम अंतिम दौर में है। यह दो सप्ताह में पूरा हो जाएगा। चार स्पैनों के डैक स्लैब की ढलाई का कार्य हो चुका है जबकि दस स्पैनों के डैक स्लैब की ढलाई के लिए शटरिंग का काम तेज कर दिया गया है। यह कार्य मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है।
फुटपाथ गैंग-वे के कार्य को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। रेल सह सड़क पुल (टच-फिनिशिंग) के काम के लिए ट्रैकिंग, स्लीपर, इलेक्ट्रिफिकेशन आदि के अलावा पूरे रेल सह सड़क पुल का नए सिरे से रंगरोगन का काम किया जाना है। जो जून तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस रेल सह सड़क पुल को बीते 31 दिसंबर 2019 तक पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित था, लेकिन प्राकृतिक आपदा, बाढ़, कोविड संक्रमण के कारण परियोजना का काम दो वर्ष लेट हो गया। पीएमओ ने इस परियोजना को पूरा करने के लिए आगामी 2022 दिसंबर की अंतिम तिथि निर्धारित कर पहले चरण की परियोजना को हर हाल में पूरा करने के लिए सख्त हिदायत दी है।
मालूम हो कि इस पुल में कुल 52 स्पैरिकल बेयरिंग लगने हैं। इस संबंध में कार्यदायी संस्था एसपी सिंग्ला कंसट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर अमनदीप गोयल ने बताया कि रेल सह सड़क पुल का काम काफी तेजी से चल रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो अगले वर्ष जून तक इसका काम पूरा कर लिया जाएगा।