28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कानपुर मेट्रो का शुभारंभ कर सकते हैं। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने जिलाधिकारी कानपुर को पत्र लिखकर आईआईटी के कनवोकेशन और मेट्रो के शुभारंभ समेत अन्य संभावित कार्यक्रमों का पूरा ब्योरा मांगा है।
अपर मुख्य सचिव ने पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा है कि प्रधानमंत्री का 28 दिसंबर को कानपुर मेट्रो के प्रथम चरण का उद्घाटन और आईआईटी कानपुर के कनवोकेशन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जाना प्रस्तावित है। अगर कोई अन्य कार्यक्रम भी शामिल हो तो उसे भी शासन को उपलब्ध कराया जाए। इस पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री कार्यालय में ओएसडी संजय भवसार, कानपुर के कमिश्नर डॉ. राजशेखर और यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव को भी भेजी गई है। आईआईटी के निदेशक को भी अवगत कराया गया है।
20 से पहले मेट्रो चलाने की मिलेगी अनुमति
प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए सीएमआरएस (कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी) की टीम फाइनल जांच के लिए 15 दिसंबर तक यहां पहुंच सकती है। 20 दिसंबर तक आईआईटी से मोतीझील के बीच मेट्रो का संचालन आम लोगों के लिए किए जाने की अनुमति मिलना लगभग तय है। इसके बाद प्रधानमंत्री का प्रस्तावित कार्यक्रम फाइनल होगा। अभी सीएमआरएस ने गीता नगर से आईआईटी तक मेट्रो ट्रेन दौड़ाकर जांच की थी। अब यह टीम यार्ड के साथ ही आईआईटी से मोतीझील तक हर बिंदु की जांच करेगी। इसमें तीन दिन का वक्त लग सकता है।
पहले अटल के जन्मदिन पर थी शुभारंभ की तैयारी
पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जन्मदिन पर मेट्रो का शुभारंभ करने की तैयारी थी मगर पीएम मोदी के कार्यक्रम का प्रस्ताव नहीं हो पाया। अब 28 को इसीलिए प्रस्ताव रखा गया है ताकि आईआईटी के कनवोकेशन में भी वह हिस्सा ले सकें और वहीं बाहर से मेट्रो ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएं। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने इसी तारीख के हिसाब से अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
इन स्टेशनों के बीच चलेगी मेट्रो
आईआईटी, कल्याणपुर, एसपीएम अस्पताल, विश्वविद्यालय, गुरुदेव, गीता नगर, रावतपुर, लाला लाजपत राय अस्पताल और मोतीझील। कुल नौ स्टेशन पहले कॉरिडोर के पहले फेज में बनाए गए हैं। आईआईटी से मोतीझील के बीच की दूरी लगभग 9 किलोमीटर है।