हल्की बूंदाबादी होने के बाद शुक्रवार को मौसम का मिजाज बदल गया। कभी धूप खिलती है तो कभी बादल। दोपहर में छिटपुट बूंदाबांदी होने के बाद सर्दी बढ़ गई। हालांकि बूंदाबादी के बाद शाम को कोहरे में कमी आई।
दिन भर सूरज और बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा। शाम होने के बाद सर्दी के कारण ठिठुरन बढ़ गई। अगले कुछ दिन मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की उम्मीद जताई जा रही है। लोग सर्दी के कपड़े खरीदने में जुट गए।
खानपुर : क्षेत्र के सिधौना, खानपुर, बेलहरी में दोपहर में दो बजे हल्की बूंदाबादी हुई। इसके चलते ठंड बढ़ गई है। डा. वीपी राय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में मानसून सक्रिय होने से अगले तीन दिनों तक बूंदाबादी हो सकती है। मौसम की इस अठखेलियों के कारण सांस के मरीजों के अलावा बुजुर्गों और बच्चों को सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। सर्दी से बचाव में लापरवाही बरतने पर बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा भी रहता है। इस समय सबसे ज्यादा उन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है जो कोरोना संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और सांस लेने में परेशानी हो रही है। सुबह और शाम की सर्दी से सांस के मरीजों को बचना जरूरी होता है। सर्दी और कोहरे में सांस की नली में सिकुड़न आ जाती है, जिससे सांस लेने में परेशानी महसूस होती है।