ताड़ीघाट-बारा मार्ग स्टेट हाईवे-99 को अब नेशनल हाईवे-124 सी कर दिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) वाराणसी की टीम द्वारा संरक्षा के ठीक से इंतजाम नहीं किए गए हैं। बारा से भदौरा के बीच सड़क पर कई जगह दरारें पड़ी हैं। हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं। सड़क पर दरार पड़ी होने से वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है।
इसके इतर हाइवे पर आवागमन करने वाले लोगों को गंतव्य की सही जानकारी देने के लिए प्राधिकरण की ओर से दोनों लेन को कवर करते हुए सूचना बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण बोर्ड पर अब भी नेशनल हाईवे- 124 सी के स्थान पर स्टेट हाईवे-99 ही दर्शाया गया है। बोर्ड के माध्यम से गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, चंदौली, वाराणसी एवं बिहार के चौसा, बक्सर, कोचस और सासाराम को पहुंचने के लिए दूरी के साथ ही दिशा को दर्शाया गया है। वहीं कुछ स्थानों पर बोर्ड नदारद हो रहे हैं तो कहीं बोर्ड को राजनीतिक दलों के पोस्ट बैनर से ढक दिया गया है। इससे आवागमन करने वालों को सही सूचना नहीं मिल पा रही है।
यह नहीं किए गए इंतजाम
- हाईवे की हर दिन सफाई नहीं की जा रही है।
- बारा, गहमर, करहियां, भदौरा आदि जगहों पर नाला निर्माण अधूरा है।
- निर्धारित दूरी पर साइनेज नहीं लगाए गए हैं।
- रोड के किनारे मिट्टी जमा है।
- पटरी का निर्माण नहीं किया गया है।
- देवकली के पास अंधा मोड़ पर झाड़ियां उग गई हैं।
- करीब 39 किलोमीटर लंबे हाईवे पर कहीं भी प्रकाश की व्यवस्था नहीं है।