कोरोना के खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रोन के देशभर में कई मरीज आने के बाद दहशत मच गई है। कानपुर में भी खौफ कुछ कम नहीं है। यही वजह है कि शादी वाले घरों की खुशियों पर अभी से ग्रहण लग गया है। सबसे ज्यादा दहशत में वो लोग हैं जिनकी बेटे या बेटी की शादी जनवरी-फरवरी में होनी है। तेजी से बदलते हालात से घबराए कई लोग ऐसे हैं जो खरमास में ही शादी के लिए तैयार हैं। अभी तक 16 से ज्यादा लोगों ने 15 दिसंबर के बाद शादी के लिए होटलों और गेस्ट हाउस से संपर्क किया है।
कोरोना के खौफ के कारण पिछले दो सीजन में शादियां न के बराबर हुईं। इस बार बड़ी संख्या में विवाह के मुहूर्त हैं। जनवरी और फरवरी में करीब 22 हजार शादियां कानपुर में होनी हैं। इनमें से 850 डेस्टिनेशन वेडिंग हैं। पिछले अनुभवों को देखते हुए हॉस्पिटेलिटी सेक्टर, इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां, कैटरिंग इंडस्ट्री, बैंड बाजा बारात वालों की नींद उड़ी है। अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की निगरानी और देश में ओमिक्रोन की दस्तक ने काफी हलचल मचा दी है।
खरमास में भी शादी को तैयार
फिक्र का अंदाजा लगा सकते हैं कि 16 से ज्यादा लोग खरमास में शादी को तैयार हैं। एक बड़े होटल के एमडी ने बताया कि जनवरी-फरवरी की जिन तारीखों में बुकिंग थी, उसमें केवल रिसेप्शन की तैयारी की जा रही है और सीमित मेहमानों के बीच शादी दिसंबर में ही कराने की प्लानिंग कई लोग कर रहे हैं। माहौल सामान्य रहा तो जनवरी-फरवरी में दावत कर दी जाएगी। चूंकि 15 दिसंबर तक सहालग है और सभी समारोह स्थल पहले ही बुक हैं इसलिए खरमास में शादी करने को भी लोग तैयार हैं।