वाराणसी के चोलापुर में पानी की टंकी में नहाते समय अचानक उसकी दीवार गिरने से कई श्रमिक चोटिल हो गए। हादसे में गाजीपुर के श्रमिक की मौत हो गई। लहुलुहान हालात में अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सूचना पर पहुंचे परिजनों ने नाराजगी जताते हुए हंगामा काटा। पिता ने की भट्ठा संचालक व ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए मुआवजा की मांग की। काफी जिद्दोजहद के बाद धरवारकलां गांव में रविवार की रात मजदूर का शव लाया गया। शव के पहुंचने से गांव में मातम छा गया।
परिजनों ने बताया कि कासिमाबाद के धरवारकला निवासी सत्येंद्र कुमार पुत्र सुमेर राम (35) वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के हाजीपुर गांव के एक भट्टे पर काम करता था। चावनपुरगनी निवासी भरत राजभर अपने गांव सहित धरवारकलां से भी कई मजदूरों को अपने साथ उस भट्टे पर काम करने के लिए ले गया था। रविवार की दोपहर परिसर में बनी पानी की टंकी के पास सभी श्रमिक स्नान कर रहे थे। टंकी में पानी अधिक भरने के दबाव में उसकी एक दीवार अचानक से टूटकर गिर गयी। जहां जिसकी चपेट में आकर सत्येन्द्र समेत अन्य श्रमिक चोटिल हो गए। गंभीर हालात में सतेंद्र को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद निजी एंबुलेंस से उसका शव लेकर घर रात में धरवारकलां गांव लाया गया। शव के आते ही परिजन बिलख-बिलखकर रोने लगे। घटना को लेकर मृतक सत्येंद्र कुमार के पिता सुमेर राम का कहना था कि शव आने पर उन्हें सूचना देकर थाना बुलाया गया था। पिता ने पुलिस को अवगत कराया कि सत्येन्द्र की मौत लापरवाही और बदइंतजामी के कारण हुई है। भट्ठा संचालक और ठेकेदार से मुआवजा की मांग की गयी। मृतक की पत्नी अनीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल बना रहा। उसके तीन बच्चे हैं। इनमें सबसे बड़ी बेटी आंचल 13 वर्ष, करिश्मा 6 वर्ष, और अनीस डेढ़ वर्ष का है। अपने पिता का शव देख सभी बिलख रहे थे।