अब सुबह और शाम गुलाबी ठंड महसूस होने लगी है। गुरुवार का तापमान करीब 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और न्यूनतम 12 डिग्री के आसपास रहा। शुक्रवार की सुबह तापमान 18 से 20 डिग्री आसपास है। आसमान धुंध के कारण धूप नहीं निकली है। आज सुबह (शुक्रवार को) बनारस का वायु गुणवत्ता सूचकांक - 239/240 रहा। आने वाले कुछ दिनों में और तेजी से नीचे जाएगा। मौसम में तेजी से परिवर्तन के दौरान बीमारी फैलाने वाले तत्व शरीर में ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं।
खासकर बुजुर्गों व बच्चों पर विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। साथ ही सभी को मौसम के कुप्रभाव से बचना चाहिए। इससे शरीर सुरक्षित रहने के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी। इस मौसम को गुलाबी ठंड के नाम से जाना जाता है। कुछ लोग इसे सुहाना मौसम भी कहते हैं, मगर चिकित्सकों की मानें तो यही मौसम सेहत के लिए ज्यादा खतरनाक होते हैं। इसलिए इस मौसम में बीमारियों से सुरक्षा के प्रति ज्यादा गंभीर व सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर सुबह व शाम में तो ज्यादा सतर्कता बरतना चाहिए।
डीएसटी महामना जलवायु परिवर्तन केंद्र के समन्वयक व ग्रामीण कृषि मौसम सेवा बीएचयू वाराणसी के नोडल अधिकारी प्रो. आरके मल व तकनीकी अधिकारी युवा मौसम वैज्ञानिक बीएचयू वाराणसी शिवमंगल सिंह ने बताया कि इस समय तापमान अचानक घट रहा है। लापरवाही बिल्कुल न बरतें। ठंड से बचाव करें। गुलाबी ठंड कहीं भारी न पड़ जाए, इसके लिए सतर्कता बरतने की जरूरत है। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट की संभावना है। इसके फलस्वरूप गलन व ठंड बढ़ जाएगी। आसमान में बादल भी दिखाई देने की संभावना है, लेकिन बरसात की कोई संभावना नहीं है।
बचाव के उपाय :
- मौसम के अनुसार कपड़े का चयन करें।
- ठंडी हवा व ओस से बचें।
- ताजे खाना का उपयोग करें।
- बासी खाना न खाएं।
- पानी उबालकर पीएं।
- संध्या के बाद शरीर को पूर्ण रूप से ढंक कर रखें।
- साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें, आसपास कचरा व जलजमाव न होने दें।