सूर्योपासना के महापर्व डाला छठ की तैयारी शुरू हो गई है। नदी, तालाब व अन्य जगहों पर छठ को घाट के लिए साफ-सफाई का काम तेजी पर है। त्योहार में प्रयोग होने वाले सामानों की बिक्री भी शुरू है। कई जगहों पर वेदी बनाने का काम चल रहा। मानसरोवर तालाब के घाट की साफ-सफाई और रंग रोगन का कार्य किया गया। पर्व को लेकर पोखरे के पानी को भी साफ किया जा रहा।
घाटों पर व्रती महिलाओं की सुविधा के लिए विभिन्न इंतजाम को लेकर लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शनिवार को घाट पर पूजन के लिए व्रती महिलाओं के लिए टोकन दिया गया। प्रसाद बनाने के लिए आम की लकड़ी दी गई। लोक आस्था के महापर्व डाला छठ की तैयारी शुरू है। शुद्धता के साथ मनाए जाने वाले इस कठिन व्रत को लेकर व्रतियों में उत्साह है।
घरों में अर्घ्य के लिए पकवान तैयार करने के लिए गेहूं की धुलाई की और सुखाया गया। दूसरी तरफ उत्साही युवक तालाबों की सफाई में दिन भर जुटे रहे। अर्घ्य देने के लिए घाटों को छेंकने का कुछ दिनों के बाद सिलसिला शुरू होगा। डाला छठ की शुरूआत आठ नहाय खाय के साथ होगी। इस दिन व्रती महिला और पुरुष लौकी की सब्जी, चने की दाल और चावल खाएंगे। इसके साथ ही व्रत की शुरूआत होगी। नौ को दिन भर निराजल व्रत रहने के बाद शाम के वक्त बखीर तैयार कर पूजा अर्चना कर इसका भोग लगाएंगे।
वहीं तालाबों में घाट की पूजा कर दीपदान करेंगी। इसके साथ ही 36 घंटे के उपवास की शुरूआत होगी। दस नवंबर को व्रती महिलाएं और पुरुष तालाब, सरोवरों के तटों पर पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। वहीं 11 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया जाएगा। श्री श्री सूर्यदेव मंदिर पूजा कमेटी के अध्यक्ष कृष्णा गुप्ता ने बताया कि छठ पूजा के लिए मानसरोवर तालाब को चार सेक्टर में बांटा गया है। आस्था के महापर्व की तैयारी जोरों पर चल रही है। महादेव धाम तालाब की हुई सफाई
कोरी गांव स्थित महादेव धाम तालाब की सफाई दुर्गा समिति के अध्यक्ष नवीन यादव के नेतृत्व में जय मां दुर्गा स्पोर्टिंग क्लब के दर्जनों युवकों ने की। तालाबों से कूड़ा कचरा निकालकर बाहर किया गया। आसपास उगे घास को भी काटा गया। व्रती महिलाओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सफाई अभियान तेज कर दिया गया। भानू सिंह, बृजेश यादव, आजाद यादव, निक्कू सिंह, मिकू शर्मा, पिटू आदि शामिल रहे।