रोज की पारिवारिक किच किच से आजिज युवक ने भदोही जिले में तय किया कि अब उसकी जिंदगी व्यर्थ है और उसे ट्रेन के आगे लेटकर अपनी जान दे देनी चाहिए। यही विचार के साथ युवक ने अपनी जान देने के लिए रेल की पटरी को चुना और ट्रेन आते देखकर पटरी पर लेट गया। मगर युवक की किस्मत में शायद और जिंदगी शेष थी लिहाजा ट्रेन के चालक ने आकस्मिक ब्रेक लगाकर पटरी पर लेटे युवक की जिंदगी बचा ली।
पूरा मामला सुरियांवा रेलवे स्टेशन का है जहां पर पूर्वी रेलवे फाटक के समीप मंगलवार की सुबह युवक पटरी पर जाकर लेट गया। पत्नी से नाराज युवक आत्महत्या करने की मंशा लेकर रेल पटरी पर लेटा ही था कि ट्रेन के चालक ने युवक को पटरी पर लेटते हुए देख लिया। आनन फानन चालक ने सतर्कता दिखाते हुए आकस्मिक ब्रेक लगाकर ट्रेन की गति को क्रमश: धीमा करते हुए ट्रेन को पहले ही रोक दिया। चालक की सतर्कता से आखिरकार युवक की जान बच गई। वहीं युवक इसके बाद भी पटरी पर लेटा रहा तो ट्रेन चालक ने उतर कर युवक को पटरी से जबरन उठाते हुए हड़का दिया तो युवक भागने लगा। जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
पूरा मामला सुरियावां रेलवे स्टेशन के पूर्वी रेलवे फाटक के समीप का है जहां सुरियावां थाना क्षेत्र के गोकुल पट्टी, खरग सेन पट्टी निवासी संतोष कुमार (38) पुत्र रामप्रसाद किसी बात को लेकर पत्नी से नाराज होकर आत्महत्या करने के इरादे से रेल पटरी पर लेट गया। 01107 और डाउन बुंदेलखंड ट्रेन जैसे ही स्टेशन से खुली तो ट्रेन ड्राइवर की निगाह लेटे हुए युवक पर पड़ी तो तत्काल ब्रेक लगाकर ट्रेन रोककर नीचे उतर कर लोगों के सहयोग से उसे हटाया। स्टेशन अधीक्षक एलवी राम ने बताया कि ट्रेन सुबह 9:20 पर स्टेशन पर आई थी। लगभग तीन मिनट विलंब से वह रवाना हुई थी। इस बाबत सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। युवक की कारगुजारी की वजह से गिरफ्तार करके थाने ले आए और उसे जेल भेज दिया गया।