शहर स्थित जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल सहित सीएचसी पीएचसी पर दवाओं की कमी से मरीजों का हाल बेहाल है। अस्पताल में समान्य दवाएं भी उपलब्ध नहीं है। अस्पताल में लिखे परचे की आधे से अधिक दवा मरीजों को बाहर जाकर खरीदनी पड़ रही है। परेशानी का सबब यह है कि चिकित्सक अस्पताल की पर्ची पर दवाए तो लिखते है, लेकिन दवा अस्पताल के बने काउंटर पर नहीं मिलते है। जिससे निराश होकर लोगों को बाहर से दवाएं लेना पड़ती है।
शहर से लेकर देहात के सरकारी अस्पताल में लिखे चिकित्सकों के लिखे परचे की आधे से अधिक दवा मरीजों को बाहर जाकर खरीदनी पड़ रही है। परेशानी का सबब यह कि चिकित्सक अस्पताल की पर्ची पर बाहर की दवा भी नहीं लिख सकते। डाक्टरों द्वारा लिखी दवा की पर्ची लेकर मरीज दवा काउंटर पर जाते हैं, लेकिन वहां से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है। जिला अस्पताल में जीवन रक्षक दवाओं की सूची टांगी गई है। सरकार द्वारा इन दवाओं की उपलब्धता को लेकर निर्देश भी दिया गया है। लेकिन वर्तमान में सदर अस्पताल में दवाएं उसकी आधी ही उपलब्ध है। जो दवाएं उपलब्ध भी है उनमें से कई का स्टाक भी बहुत कम मात्रा में है। वह भी आने वाले दिनों में समाप्त होने की कगार पर है।