अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रुप-सी के कर्मचारियों ने मुख्य सात सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को पीरनगर स्थित डाक विभाग कार्यालय परिसर में धरना दिया। जहां संबोधित करते हुए ग्रुप-सी संगठन के मंत्री रविंद्र कुमार राव कहा कि सरकार लगातार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कहा कि कर्मचारियों और पेंशन धारकों का डीए 1 जनवरी 2020 से लेकर जुलाई 2021 तक का बकाया है।
इसे आज तक भुगतान नहीं किया गया है। यही नहीं कोविड-19 महामारी में मृतकों के परिवार को 15 लाख मुआवजा दिया जाय। कहा कि सभी कर्मचारियों जो कोविड-19 रोग से ग्रस्त हैं, उनके इलाज का भुगतान किया जाय, सभी कर्मचारियों को सीजीएचएस औषधालयों में टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। पांच प्रतिशत बीमा के साथ अनुकंपा पर मृत कर्मचारियों के परिजनों को नियुक्तित प्रदान की जाय। जिन पेंशनरों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया नहीं होती है, उनको सरकारी व्यय पर उपचार के लिए बीमा राशि प्रदान की जाय।
बीएसएनएल पेंशनरों, पीएनबी पेंशनरों के 1 जनवरी 2017 से प्रभावी संसोधन पेंशन को लागू किया जाय। बीएसएनएल पेंशनरों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध करायी जाय आदि मांगे को पूरा किये जाने की मांग की गयी। चेतावनी दी गयी कि अगर मांगें पूरी नहीं की जाती है, तो महासंघ के आह्वान पर अनिश्चित कालीन धरना दिये जाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस दौरान विश्वानंद तिवारी, जनार्दन सिंह यादव, बब्बन सिंह, उपेंद्रनाथ सिंह, घनश्याम सिंह, राजेश राय, विभूति नारायण राय, हरेंद्र कुमार, रमेश श्रीवास्तव, अशोक राय, दिवाकर पांडेय आदि कर्मचारी मौजूद रहे। अध्यक्षता शारदा प्रसाद मिश्रा ने की।