गाजीपुर जिले में परिषदीय विद्यालयों के जर्जर हो चुके 420 विद्यालय भवन ढहाए जाएंगे। ऐसे चिह्नित विद्यालयों की सूची जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव ने जारी कर दी है। अगर इस सूची पर किसी को कोई आपत्ति है तो वह दो सप्ताह के भीतर शिकायत दर्ज करा सकता है। इस पर विभाग द्वारा गठित कमेटी विचार करेगी। ढहाए गए भवनों की जगह नए भवन बनाए जाएंगे, ताकि बच्चों का पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे।
गाजीपुर जिले में फिलहाल 2269 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इसमें से लगभग चार सौ कंपोजिट हैं। ऐसे बहुत से विद्यालय हैं जिनका पूरा भवन या भवन के कुछ हिस्से जर्जर हो गए हैं। बरसात में उससे पानी टपकता है और कभी भी उनके गिरने की आशंका बनी हुई है। अगर ऐसा हुआ तो जानमाल का काफी नुकसान होगा। इसे ध्यान में रखते हुए तत्कालीन बेसिक शिक्षाधिकारी श्रवण कुमार ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को अपने ब्लाक क्षेत्र के जर्जर विद्यालय भवनों को चिह्नित कर उनकी सूची तलब की।
खंड शिक्षाधिकारियों ने अपने-अपने ब्लाक के जर्जर विद्यालयों की सूची जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को सौंप दी। इसके बाद उन जर्जर विद्यालयों की फाइल प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ रही थी, तब तक उनका तबादला हो गया। अब नए बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव ने इसमें रुचि दिखाई और फाइल को आगे बढ़ाते हुए डीएम के पास संस्तुति के लिए भेज दिया। वहां से संस्तुति मिलने के बाद गिराए जाने वाले विद्यालय भवनों की सूची जारी कर दी गई।
नीलाम किए जाएंगे जर्जर विद्यालय - सरकारी प्रक्रिया के तहत ढहाने से पहले जर्जर विद्यालयों की नीलामी होगी। इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इसमें खंड संबंधित शिक्षाधिकारी, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी और एडीओ पंचायत शामिल होंगे। सबसे अधिक बोली लगाने वाली फर्म को स्कूल ढहाने का ठेका दिया जाएगा।
बोले अधिकारी : बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को देखते हुए जर्जर विद्यालय भवन गिराए जाएंगे। उनकी सूची जारी कर दी गई है। उनकी जगह नए भवन बनाए जाएंगे, ताकि पठन-पाठन का काम चलता रहे।