थाना क्षेत्र में एक्सप्रेस के किनारे मिट्टी खोदकर छोड़े गए गड्ढे में जलभराव के चलते युवक की डूबकर मौत हो गई। युवक का शव शनिवार की सुबह पानी में उतराता मिला तो कोहराम मच गया। परिजन भी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकलवाया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गाजीपुर से लखनऊ के लिए निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के लिए सड़क के ओर खोदे गए गड्ढे जानलेवा हो गए हैं। एक्सप्रेस वे के किनारे इन गड्ढों में डूबकर अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।
थाना क्षेत्र के भांवरकोल गांव के पूरब स्थित मार्टिन स्कूल के सामने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए खोदे गए गड्ढा में शनिवार की सुबह युवक का शव मिलने से हडकंप मच गया। मिर्जाबाद निवासी सचितानंद कुशवाहा का पुत्र धर्मेंद्र कुशवाहा (25) शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे घर से निकला था। जब देर शाम तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने आसपास उसकी खोजबीन करते हुए लोगो से उसके संबंध में पूछा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने सोचा कि शायद वह कही गया होगा और अब-तब आ जाएगा, लेकिन शनिवार की सुबह भी घर नहीं लौटा।
इसी बीच दिन में करीब 10 बजे भांवरकोल गांव के पूर्वी छोर पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निर्माण में मिट्टी निकालने के लिए खोद गए पानी भरे गड्ढा में लोगों ने एक युवक का शव उतराया देखा। गांव में खबर पहुंची तो कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। शव मिलने की सूचना पर परिवार के लोग भी वहां पहुंच गए और मृतक की पहचान करते हुए पुलिस को बुलाया। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकलवाया। हालांकि, मृतक धर्मेन्द्र किन परिस्थितियों में पोखरे में डूबा यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
थानाध्यक्ष हरिनारायण शुक्ल ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक के शरीर पर कोई भी चोट का निशान नहीं है। संभवत: उसकी मौत गहरे पानी में डूबने से हो सकती है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। शव को परिजनों की मांग पर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। मृतक बेरोजगार व अविवाहित था इसके चलते थोड़ा अवसाद भी हावी था।