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गाजीपुर: गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का निर्देश

शासन ने गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का निर्देश दिया है। इसके तहत जिले में 15 सितंबर से 15 नवंबर तक अभियान चलाकर सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाना है। गाजीपुर में 747 किलोमीटर तक कई सड़कों को दो महीने में गड्ढामुक्त करना है। 

इसके अलावा बदहाल हो चुकी अन्य सड़कों पर 758 किलोमीटर तक मरम्मत का कार्य दिसंबर तक किया जाना है। वर्तमान में स्थिति यह है कि पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता का पद खाली चल रहा है। ऐसे में तय सीमा में सड़कों को गड्ढामुक्त करना चुनौती साबित होगी। हालांकि लोक निर्माण विभाग के मातहत अधिकारियों का कहना है कि सड़कों को दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है।

पीडब्ल्यूडी विभाग में एक्सईएन का पद खाली रहने से वित्तीय और प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। हाल ही में जौनपुर के अधिशासी अभियंता राधाकृष्ण कमल को जनपद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था लेकिन उन्होंने भी काम का बोझ बताकर एक हफ्ता पहले ही जिले का प्रभार लौटा दिया। अधिशासी अभियंता के न रहने से पीडब्ल्यूडी का कार्य जैसे तैसे चल रहा है। ठेकेदारों को भी काम कराने पर भुगतान फंसने का डर सताने लगा है। स्थिति यह है कि पीडब्ल्यूडी की सड़कों को दुरुस्त करने का काम बिल्कुल धीमा हो गया है। विभागीय उदासीनता के चलते ही मुहम्मदाबाद-दुबिहां मार्ग, महाराजगंज बाजार वाली सड़क और कालूपुर-पटकनिया-रामपुर संपर्क मार्ग बिल्कुल जर्जर हो गया है और आवागमन दूभर हो गया है। वहीं बाढ़ और बारिश से सड़कें बदतर हो गई हैं। उन पर वाहनों का आवागमन होने से ये सड़कें और भी उखड़ने लगी हैं।

पिछले दिनों प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने विभाग के सचिव समीर वर्मा और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर अभियान चलाकर सड़कों को गड्ढामुक्त करने और अभियान की प्रगति की जांच करते रहने का निर्देश दिया था। जहां निर्माण कार्य धीमी गति से हो रहा है वहां के अभियंताओं व ठेकेदारों को तीन दिन के अंदर नोटिस जारी करने और बेवजह काम विलंबित कर रहे ठेकेदारों को काली सूची में डालने का निर्देश दिया था। इसके बाद विभागीय अधिकारी सक्रिय हुए हैं लेकिन एक्सईएन के न रहने से निश्चित समय में सड़कों को गड्ढामुक्त करने का कार्य हो पाना संभव नहीं लग रहा है। गाजीपुर जिले की करीब 4800 किलोमीटर सड़कों में से 1500 किलोमीटर सड़कें बेहद दयनीय स्थिति में हैं। शासन भले ही 747 सड़कों को गड्ढामुक्त कराने के लिए 7 करोड़ 44 लाख और 758 किमी सड़क की मरम्मत के लिए 50 करोड़ का प्रस्ताव मंजूर कर दे लेकिन गति के साथ इस कार्य को समय से पूरा करना चुनौती से कम नहीं होगा।

लोक निर्माण विभाग में अधिशासी अधिकारी नहीं होने को लेकर शासन को अवगत कराया गया है। पिछले दिनों वाराणसी के विभागीय चीफ इंजीनियरों ने जौनपुर के अधिशासी अभियंता को काम सौंपा है। जो इस अभियान को पूरा करने में मदद करेंगे।-एमपी सिंह, जिलाधिकारी गाजीपुर।

चार लघु सेतु का निर्माण पूरा

गाजीपुर जिले में चार लघु सेतु का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इन सेतुओं का ना संबंधित क्षेत्र के किसी शहीद या खिलाड़ी के नाम पर होगा। पिछले दिनों लोक निर्माण विभाग ने धमनाव-मंझरिया मार्ग, खजूरी-करीराम मार्ग, बारा-कुतुबपुर मार्ग और पौहारीबाबा मंदिर के लघु सेतु की सूची जिला प्रशासन को सौंप दी है। इनका नामकरण अभी होना है। प्रदेश सरकार ने पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया है कि जिन लघु सेतुओं का निर्माण कार्य पूरा हो गया है उसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी जाए। इसको गंभीरता से लेते हुए विभाग ने इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया है।

उसिया संपर्क मार्ग पर गिट्टी डालकर छोड़ा

सेवराई तहसील क्षेत्र के करवनिया का डेरा उसिया संपर्क मार्ग पर कार्यदायी संस्था ने निर्माण के नाम पर गिट्टी गिराकर छोड़ दिया है जिससे आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही है। स्कूल जाने वाले बच्चे असंतुलित होकर गिरकर घायल हो रहे हैं। गोड़सरा-उसिया-दिलदारनगर नहर संपर्क मार्ग अति दयनीय स्थिति में थी। इसका निर्माण करने के लिए शासन ने धन आवंटित किया है। कार्यदायी संस्था ने सड़क पर बड़ी-बड़ी गिट्टियां गिराकर छोड़ दिया है और आगे का कार्य ठप है। ऐसे में आवागमन में लोगों को दिक्कत हो रही है।

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