क्षेत्र के बिझवल में दो माह पूर्व गिरे प्राथमिक विद्यालय को बनवाना तो दूर मलबा तक नहीं उठाया जा सका। बरसात में कामन कक्ष सहित स्कूल की बिल्डिग ढहने के साथ अगल-बगल के कमरे भी दरक गए। विद्यालय के अन्य कमरे भी काफी जर्जर हालत में हैं लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। ऐसे में कैसे यहां पढ़ाई हो सकेगी।
सैदपुर तहसील स्थित बिझवल गांव के प्राथमिक विद्यालय में सिर्फ तीन कमरे बचे हैं, लेकिन वह भी गिरने की स्थिति में हैं। इसको लेकर ग्रामीणों सहित छात्रों के अभिभावकों में आक्रोश है। कोरोना का असर कम होने के बाद एक सितंबर से स्कूल खोलने की तैयारी है। ऐसे में कक्षाओं का संचालन कैसे होगा, यह बड़ा प्रश्न बना हुआ है। ग्रामीण कमलेश सिंह, अमित सिंह, उदय प्रकाश पाल, दिनेश बीपी यादव, वीरेंद्र यादव, राजेंद्र पाल, मृत्युंजल पाल, राजेश पाल, रमेश पाल ने आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों सहित उच्चाधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक कमलेश का कहना है कि इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। स्कूल क्षतिग्रस्त होने के कारण इसका संचालन संभव नहीं है।