मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण उत्तर प्रदेश में बाढ़ आई है। गंगा के तटवर्ती 24 जनपदों के 600 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत और बचाव कार्य में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी। गाजीपुर और बलिया में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण के बाद राहत सामग्री का वितरण किया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
गाजीपुर में मुख्यमंत्री करीब 10 मिनट तक हवाई सर्वे करने के बाद 10.20 बजे गाजीपुर के राम रहीम महाविद्यालय स्थित हेलीपैड पर पहुंचे। 10.32 बजे वे गहमर इंटर कॉलेज पहुंचे और 11 बजे तक राहत सामग्री का वितरण करने के बाद बाढ़ के हालात पर अधिकारियों के साथ बैठक की। उसके बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि जिले में गंगा के तटवर्ती 32 गांवों में बाढ़ से लगभग डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन राहत कार्य में जुटा है। बाढ़ प्रभावित गांवों में नाव और एनडीआरएफ की टीम लगाने की कार्रवाई चल रही है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती
प्रभावित गांवों में नोडल अधिकारी पहले से तैनात हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी बिना भेदभाव के पीड़ित परिवारों से मिलने के साथ ही राहत सामग्री वितरित कराएं। कहा कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण यमुना, चंबल और बेतवा नदी में पानी बढ़ जाने से उत्तर प्रदेश में बाढ़ का व्यापक असर पड़ा है। पुलिस प्रशासन को पेट्रोलिंग करने, राहत शिविरों में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती करने और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य तथा पशु पालन विभाग को निर्देश दिया गया है। कहा, स्वास्थ्य विभाग मेडिकल टीम राहत शिविरों एवं बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात करे। एंटी रेबीज और एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध कराए। मुख्यमंत्री 11.20 बजे हेलिकाप्टर से बलिया रवाना हो गए।
बलिया में बांटी राहत सामग्री
उधर, बलिया में मुख्यमंत्री का हेलिकाप्टर तय समय से 10 मिनट देरी से 11.50 पर सदर तहसील के देवरिया गांव में बने हैलीपैड पर पहुंचा। इसके बाद सीएम बाढ़ क्षेत्र के हवाई सर्वे के लिए निकल गए। बाढ़ का जायजा लेने के बाद 12.33 बजे उनके हेलिकाप्टर ने हेलीपैड पर लैंड किया। यहां से 12.42 बजे माल्देपुर स्थित नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर में राहत सामग्री वितरण के मुख्य कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि बलिया में भी 34 गांवों की सवा लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। कहा, बाढ़ और संक्रामक रोगों से बचाव के लिए पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। छोटी और मझोली नावें नदी की धारा में न आ पाएं, इसके लिए खास निर्देश दिए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के स्टीमर और बड़ी नाव से ही सवारी ले जाने को कहा गया है। सिंचाई विभाग को कटान रोकने और जन-धन की हानि रोकने के लिए कहा गया है।
बलिया कोरोना शून्य हुआ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बलिया में कोरोना पर बेहतर ढंग से नियंत्रण किया गया है। यह अब शून्य हो चुका है। आक्सीजन में आत्मनिर्भरता के प्रयास सराहनीय है। कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिए पीकू वार्ड आदि तैयार करने का कार्य युद्ध स्तर पर हो रहा है। उपकरण और इक्वीपमेंट जल्द आ जाएंगे।