आल इंडिया लोको रनिग स्टाफ एसोसिएशन ने मंगलवार को 17 सूत्रीय मांगों को लेकर जंक्शन स्थित लाबी के समक्ष धरना दिया। नारेबाजी के साथ पत्रक मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय को सौंपा। चेताया समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगा। वक्ताओं ने कहा रेलवे व सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण बंद होना चाहिए।
एनपीएस को खत्म करें और एक जनवरी 2004 के बाद नियुक्त सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम में शामिल किया जाए। रात्रि ड्यूटी भत्ता की सीलिम हटाएं और एरियर सहित पूर्व बकायों का भुगतान किया जाए। लोको पायलट शंटर को दो दिन का किया जाए, इंप्लाइ चार्टर का मंडल में कड़ाई से अनुपालन हो, रनिग स्टाफ के लिए लाबी के नजदीक ट्रैफिक अस्पताल के पास एक साइकिल स्टैंड, पीडीडीयू मंडल और अन्य मंडल में गुड्स ट्रेन काम करने पर मिनिमम ग्रांटेड 120 किमी किया जाए।
हाइ पावर कमेटी की सिफारिशों के अनुसार रनिग स्टाफ की ड्यूटी आठ घंटे की जाए और कोविड महामारी में जान गंवाने वाले रेल कर्मियों के परिजनों को 50 लाख आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। वसीउल हक, डीके सिन्हा, टी सिंह, डीके मिश्रा, अर्जुन यादव, संतोष, सुनील, जितेंद्र, डीके धुसिया, विजय, एके वर्मा, रविकांत शामिल रहे।