पिछले दिनों जिले में चलाए गए वृहद पौधारोपण अभियान में रोपे गए पौधों लेकर किसी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी। यदि कोई पौधा सूख गया है तो उसे री-प्लेस कर उसकी जगह दूसरा पौधा लगाया जाएगा।
यह निर्देश दिया है जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने लगाए गए सभी पौधों की जियो टैगिग अनिवार्य है, ताकि उनकी आनलाइन निगरानी की जा सके। जिन पौधों की जियो टैगिग नहीं हुई है शीघ्र ही उसे भी पूरा करना है। सभी पौधों की वर्टिकल लेवल पर ही फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड करना है।
पिछले चार जुलाई को एक ही दिन जिले भर में विभिन्न विभागों, शिक्षण व स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से 31 लाख पौधे रोपे गए। इसके बाद अगले कई दिन तक पौधरोपण कर 37 लाख का लक्ष्य पूरा किया गया। डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि पौधों की निगरानी के लिए एक एप तैयार किया गया है। विभाग अपने यूजर आइडी एवं पासवर्ड के माध्यम से इस एप का प्रयोग कर सकेंगे, जिसके लिए पौधारोपण की जियो टैगिग के लिए उन्हें यूजर आइडी, पासवर्ड उपलब्ध करायी गई है। समीक्षा बैठक के दौरान इसकी जानकारी होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। निर्देश दिया कि चार अगस्त तक सभी पौधों की जियो टैगिग पूरी की जाए और पौधों की वर्टिकल लेवल पर ही फोटो खींचकर पोर्टल पर अपलोड करें।
किस विभाग ने किया है कितना पौधारोपण
वन विभाग ने 1168000, पर्यावरण विभाग ने 75000, सिचाई विभाग 8400, ग्राम विकास विभाग 1508160, राजस्व विभाग 170520, पंचायती राज विभाग 170520, कृषि विभाग 288888, उद्यान 189053, बेसिक शिक्षा 3432, परिवहन 2640, आवास विकास विभाग 5520, प्राविधिक शिक्षा ने 4920 पौधे लगाए हैं।