नेपाल में भारी बारिश तथा प्रदेश के जिलों में मध्यम तीव्र बारिश से नेपाल से आने वाली नदियों के लोअर कैचमेंट क्षेत्र में आने वाले जिलों में बाढ़ की स्थिति की निगरानी तथा प्रबंधन के लिए राहत आयुक्त कार्यालय ने शुक्रवार को एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर, गोंडा, बस्ती, संतकबीरनगर, बलिया, बाराबंकी, सीतापुर तथा मऊ को एडवाइजरी भेजी गई है।
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने लिखा है कि नेपाल से आने वाली नदियों के लोअर कैचमेंट क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। रिमोट सेसिंग इमेजेस से प्रदर्शित हो रहा है कि महाराजगंज में 28.581 और सिद्धार्थनगर में 2674 हेक्टेयर एरिया जल प्लावित है। इन दोनों जिलों से बाढ़ प्रबंधन कार्यों की रिपोर्ट भेजने को कहा है।
सभी डीएम से कहा है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में किए जा रहे बाढ़ प्रबंधन तथा राहत कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रतिदिन शाम चार से पांच के बीच गूगल सीट पर अनिवार्य रूप से अपडेट करें। बाढ़ वाले संभावित क्षेत्रों में लोगों के रेस्क्यू, अस्थाई शरणालय तथा भोजन इत्यादि से संबंधित कार्यवाहियां तत्काल सुनिश्चित की जाए। सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रोहिणी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 0.9 मीटर ऊपर है। शारदा, घाघरा, राप्ती नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। लगातार हो रही बारिश से जलस्तर बढ़ने का खतरा है। इन नदियों के क्षेत्र में आने वाले सभी जनपद हाई अलर्ट पर रहें। इन जिलों में आपदा कंट्रोल रूम के माध्यम से 24 घंटे स्थिति की निगरानी के निर्देश दिए हैं।