मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि विकास खंडों के तहत राजस्व गांवों का क्लस्टर बनाकर टीकाकरण अभियान चलाया जाए। ग्राम पंचायतों की तरह, शहरों में वार्डों को केंद्र बनाकर टीकाकरण कराया जाए। मुख्यमंत्री ने टीम 9 की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक क्लस्टर को एक सप्ताह के भीतर वैक्सीनेट करने का लक्ष्य हो। ग्राम पंचायतों को केंद्र बनाएं।
ग्रामीणों को टीका लगने की तारीख पहले से ही बता दी जाए। वैक्सीनेशन की तिथि के तीन दिन पूर्व ग्राम प्रधान, शिक्षक, आशा बहनों सहित क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जाए। टीकाकरण के बाद किसी प्रकार की चिकित्सकीय सहायता के लिए एम्बुलेंस के साथ क्विक रिस्पॉन्स टीम भी सक्रिय रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय वायरस कमजोर है। संक्रमण दर न्यूनतम रह गई है। वैक्सीनेशन के अभियान को तेज करने के लिए यह अनुकूल समय है। इस महीने हर दिन 06 लाख लोगों को टीका-कवर देने के लक्ष्य के साथ तैयारी की जाए। जबकि 01 जुलाई से प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोगों को वैक्सीनेट किया जाए। वैक्सीनेशन सेंटर और वैक्सीनेटर की संख्या बढ़ाएं। प्रधानमंत्री ने कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए 'कस्टमाइज्ड क्रैश कोर्स प्रोग्राम' का शुभारंभ किया है। पहले चरण में लगभग 10 हजार फ्रंटलाइन वर्कर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इनका प्रशिक्षण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के उद्देश्य से घर-घर मेडिकल किट वितरण का विशेष अभियान शुरू हो गया है। 26 जून से दवाएं घर-घर वितरित की जाएंगी। जिलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से निगरानी समितियों को दवाइयों का पैकेट दिलाया जाए। लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के लिए सतत मॉनीटरिंग की जाए। आम जनता की सुविधा के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में रिफॉर्म की कार्यवाही की जा रही है। नियम सरल हों, जनहित पर केंद्रित हों, यही प्राथमिकता है। इसके दृष्टिगत सभी प्रस्तावित कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए।