आदर्श रेलवे स्टेशन दिलदारनगर पर करोड़ों रुपये से प्लेटफार्म का रीमॉडलिंग और स्टेशन का अपग्रेडिंग कार्य धीमी गति से चल रहा है। पिछले दो वर्ष में काम में कई अवरोध आए और रविवार को फिर प्लेटफार्म नंबर पांच का निर्माण कार्य रुक गया। जबकि इसका निर्माण कार्य शुरू हुए करीढ ढाई वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कार्य को पूरा नहीं किया जा सका है। कच्छप गति से चल रहे इस निर्माण कार्य को लेकर रेल विभाग पर जनता का आक्रोश बढ़ता जार रहा है।
दिलदारनगर स्टेशन को आदर्श स्टेशन का रूप देने के लिए रेल विभाग के दानापुर मंडल के अधिकारियों ने कवायद तो की लेकिन बेहपरवाही से काम की रफ्तार बेहद मंद है। यह स्टेशन जंक्शन भी है, जहां से ताड़ीघाट के लिए ट्रेन जाती है, जिसे गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन से मऊ-गोरखपुर रूट से जोड़ने का कार्य भी चल रहा है। इसके अलावा इस स्टेशन पर कई एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों का स्टॉपेज भी है। रेल विभाग के राजस्व को एक अच्छी आमदनी देने की वजह से इस स्टेशन को एक आदर्श स्टेशन का रूप देना प्रस्तावित है। इसी के तहत प्लेटफार्मों का विस्तार करते हुए पांच नंबर प्लेटफार्म को भी बनाया जाना है।
इसे बनवाने की पहल पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने 21 अक्टूबर 2018 को इस रेलवे स्टेशन पर विकास कार्यों का शिलान्यास से की थी। इसमें दिलदारनगर स्टेशन के लिए 468.56 करोड़ की लागत से 540 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म संख्या 5 बनाने एवं विस्तारीकरण, यात्री शेड व अप तथा डाउन प्लेटफार्म की मरम्मत, बाउंड्री वाल बनाने आदि के कार्य कराया जाना प्रस्तावित है। इन सभी का कार्य आदर्श स्टेशन के रूप देने के लिए किया जाना है, ताकि यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा दी जा सके। पर, इसका कार्य रोक दिये जाने से स्थानीय लोगों ने रेल विभाग के इस उपेक्षात्मक रवैये के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए सवाल भी खड़े करने लगे हैं।