यूपी में कोरोना के दूसरी लहर का असर अब कम हो चुका है। कोविड पाॅजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार कमी आती जा रही है। प्रदेश में कोरोना का कहर खत्म होने के साथ ही सीएम योग का मिशन राेजगार फिर शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां तेज करने का निर्देश दिए हैं।
बता दें कि योगी सरकार का दावा है कि 4 साल में लगभग 4 लाख लोगों को रोजगार दिया जा चुका है। इस साल के अंत तक भी कई हजार लोगों को सरकारी नौकरी देने का प्लान है। सूत्रों के मुताबिक एक लाख से अधिक महिलाओं की सरकारी नौकरी मिली है। वहीं मनरेगा के जरिये 1.50 करोड़ श्रमिकों को रोजगार मिला है। इसके अलावा स्टार्ट अप इकाईयों से 5 लाख तथा औद्योगिक इकाइयों से 3 लाख से अधिक युवाओं को दिया गया रोजगार मिला है। वहीं ओडीओपी के माध्यम से मिला 25 लाख लोगों को रोजगार दिए जाने का सरकार की ओर से दावा किया जाता है। प्रदेश सरकार की नई उद्योग नीति से भी युवाओं को फायदा मिला है। सरकार का दावा है कि 5 लाख से ज़्यादा लोगों को इससे रोजगार मिला है। अमेजन, फ्लिपकार्ट, एकेटीयू, बीएसई जैसी कम्पनियों के उत्पादों की मार्केटिंग में यूपी के 65 हज़ार से ज़्यादा व्यक्तियों को रोजगार दिलाया गया है। नोएडा में स्टेट डेटा सेंटर की स्थापना के बाद वहां लगभग 50 हज़ार से ज़्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
तीसरी लहर से निपटने को डॉक्टरों की भर्ती:
यूपी की योगी सरकार ने कोराेना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। इलाज में कोई कमी ना हो इसके लिए यूपी में 3620 विशेषज्ञ डॉक्टरों की होगी भर्ती होगी। इनमें 600 पद बाल रोग विशेषज्ञ, 590 पद जनरल फिजिशियन और 590 जनरल सर्जन के अलावा रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलोजिस्ट और ईएनटी विशेषज्ञ होंगे। इन सभी की अलग-अलग जनपदों में होगी तैनाती।