यूपी पंचायत चुनाव के परिणाम आने लगे हैं। कई जिलों में चौेकाने वाले रिजल्ट आ रहे हैं। कई दिग्गज चुनाव हार गए हैं। हरदोई में एक सीट पर चाऊमीन बेचने वाले की बहन ने सियासी धुरंधरों को चुनावी अखाड़े में चारों खाने चित्त करके जीत दर्ज कर चौंका दिया है।
सूबे की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने भी अपने तीनों प्रत्याशियों को बेहन्दर क्षेत्र में मैदान में उतारा। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी उनके प्रचार में आए। पूरी ताकत लगाने के बाद भी इस इलाके में बीजेपी का पूरा सुपड़ा साफ हो गया। बेंहदर प्रथम सीट पर बसपा से समर्थित प्रत्याशी ओम प्रकाश ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मन्नान समर्थक व तीसरे नंबर पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशी को करारी शिकस्त दी है। वहीं बेंहदर की जिला पंचायत द्वितीय सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी शोभा उर्फ मनीषा गुप्ता ने जीत दर्ज की। मनीषा के भाई कांवरिया समिति के सहारे चुनावी मैदान में उतरे। क्षेत्र में कांवरियों को एकत्र कर समूह बनाकर प्रचार करके करीब 2000 मतों से अपनी जीत दर्ज कराई। हैरत की बात यह है कि कासिमपुर थाने के सामने एक चाऊमीन की दुकान के सहारे परिवार का भरण पोषण करने वाले राजा भैया व उसकी बहन मनीषा को इतना पसंद किया कि सत्तानसी प्रत्याशी को दरकिनार कर दिया।
ऐसा ही कुछ हाल बेंहदर तृतीय का रहा है। यहां पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुमेर ने अपनी पत्नी शांति देवी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा। शांति ने धुआंधार बैटिंग करते हुए बीजेपी समर्थित प्रत्याशी को करारी शिकस्त देते हुए मन्नान समर्थक प्रत्याशी को भी चित्त करते हुए शानदार जीत दर्ज कराई है। जिला पंचायत की तीनों सीटों पर न हीं सत्ताधारियों की चली और न ही दशकों से पूरे क्षेत्र में अपना वर्चस्व जमाए मन्नान की। दोनों को जनता ने नकारते हुए इस बार अपने मन की वोट की चोट की है।