कर्फ्यू में रोक और मनाही के बावजूद देशी और अंग्रेजी शराब, बियर रात के समय ऊंचे दामों पर बेची जा रही है। यही नहीं बिहार से भी लोग कर्मनाशा नदी पार कर पहुंच रहे हैं और धड़ल्ले से शराब की पेटी लेकर निकल जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस मामले में अनभिज्ञता जता रही है। जबकि स्थानीय लोग बता रहे हैं कि पुलिस की इस खेल में मिली भगत है।
लॉकडाउन में शराब की दुकानें भी बंद चल रही हैं। ऐसे में इसके शैकीन परेशान है। इसका भी हल निकल गया है। तहसील मुख्यालय स्थित अंग्रेजी, देशी और बीयर की दुकान के दुकानदार एवं शराब माफियाओं की मदद के साथ स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से क्षेत्र में रात के समय ऊंचे दामों पर शराब बिक रही है। इतना ही नहीं बिहार के पियक्कड़ कर्मनाशा पार कर यहां से शराब ले जा रहे हैं।
पुलिस टीम को इसकी जानकारी होने के बाद भी वह चुप्पी साधे है। ऐसे में शराब माफियाओं का मनोबल दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। शराब माफिया शासनादेश को ठेंगा दिखाते हुए अपने मर्जी अनुसार खुलेआम शराब की बिक्री कर रहे हैं। जहां लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन की जा रही है वहीं राजस्व को भी बहुत नुकसान हो रहा है।