गांव की सरकार की कमान इस बार शिक्षित युवाओं के हाथों में होगी। प्रधान पद पर बड़ी संख्या में शिक्षित एवं युवा उम्मीदवारों पर ग्रामीणों ने भरोसा जताया है। ये नवनिर्वाचित प्रधान गांव का विकास नए ढंग से कराने का दावा कर रहे हैं। हालांकि युवाओं के हाथों में गांव की सरकार की कमान पहुंचने के बाद लोगों की उम्मीद भी काफी बढ़ गई है। मंगलवार को गांव में युवा प्रधानों का स्वागत किया गया।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रधान पद पर पढ़े-लिखे युवाओं को गांव की जनता ने तरजीह दी है। भदौरा ब्लाक की बात की जाए तो मगरखाई में युवा अनिल यादव को ग्रामीणों ने प्रधान बनाया है। स्नातक अनिल यादव गांव का विकास बिना किसी भेदभाव कराने का दावा करते हैं। वहीं एशिया के सबसे बड़ी ग्राम पंचायत गहमर से प्रधान चुने गए बलवंत सिंह बाला ग्रेजुएट हैं। उनका कहना है कि गांव का बेहतर विकास कराने की कोशिश रहेगी। कुतुबपुर ग्राम पंचायत से नूतन राय एमए तक पढ़ाई कर चुकी हैं।
इंटरमीडिएट तक पढ़ाई कर चुके मुस्लिम बाहुल्य गांव बारा से आजाद खां और उसियां से शम्स तबरेज खां प्रधान चुने गए हैं। युवा आजाद खां गांव का विकास कराने के साथ जनता की मूलभूत समस्याओं का निदान कराने की कोशिश करने की बात कहते हैं। युवा शम्स तबरेज खां कहते हैं कि गांव की जनता ने उन्हें चुना है। वह प्रयास करेंगे कि गांव का बेहतर विकास हो। जिले के अफसरों से मिलकर गांव का विकास कराया जाएगा।