कोरोना काल में मरीज और उनके परिवारजनों के साथ कालाबाजारी की सूचना पर इंस्पेक्टर लंका महेश पांडेय जब ऑक्सीमीटर लेने गए तो उनके दुकानदार ने उनकों भी चूना लगाया। यही नहीं बिना कंपनी और एमआरपी लिखा आक्सीमीटर पकड़ा दिया। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देते हुए कार्रवाई शुरू हुई तो मेडिकल स्टोर्स वालों ने विरोध का तरीका अपनाया ताकि अन्य लोगों पर कार्रवाई या मुकदमा दर्ज न हो जाय।
सोमवार को लंका मालवीय प्रतिमा के पास स्थित दवा दुकान संचालकों ने किए गए कार्रवाई के विरोध में दुकानें बंद कराकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मेडिकल स्टोर्स संचालकों का कहना है कि इस महामारी के बीच हम लोग अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर दुकान खोल रहे हैं जबकि पुलिस बिना वजह परेशान कर रही है।दुकानदारों का कहना है कि उसकी खरीदारी 1200 में पड़ती है इस लिहाज 1400 रुपये में ग्राहकों को बेचा गया तो उसमें गलती क्या हैं।
जबकि अन्य कई ग्राहकों ने बताया कि पहले स्टॉक नही है कहकर मना कर देते हैं और बाद में मनमाने तरीक़े से बिक्री की जाती है।मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी समझाया तब जाकर दुकानदार शांत हुए।इंस्पेक्टर लंका महेश पांडेय ने बताया कि प्रदर्शन सिर्फ कार्रवाई के डर से कराया जा रहा है लेकिन इसमें कम लोग ही शामिल रहे।